राँची न्यूज़: टेरर फंडिंग से जुड़े मामले में पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप(40) की गिरफ्तारी के बाद उसकी मुश्किलें और बढ़नेवाली हैं. एनआईए ने टेरर फंडिंग के आरोप में दिनेश गोप के खिलाफ दर्ज केस को 19 जनवरी 2018 को टेकओवर किया था. फरार दिनेश गोप को एनआईए पांच साल चार महीने बाद दबोचने में सफल रहा. उधर, आंतकवाद निरोधक दस्ता(एटीएस) भी दिनेश गोप के खिलाफ प्राथमिकी (एटीएस कांड संख्या 2/2023) दर्ज की है. एटीएस भी दिनेश गोप को अपने कब्जे में लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है.
जानकारी के अनुसार एटीएस विशेष कोर्ट से जल्द ही दिनेश गोप के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट प्राप्त करेगा. प्रोडक्शन वारंट जारी होने के बाद आरोपी दिनेश गोप को एटीएस अपने मामले में ले लेगा. वर्तमान में दिनेश गोप एनआईए के कब्जे में है. एनआईए उससे टेरर फंडिंग का राज उगलवा रही है. वह एनआईए के कब्जे में है. पुलिस रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. एनआईए अगर और पुलिस रिमांड की अवधि को बढ़ाती है तो एटीएस को उसे कब्जे में लेने के लिए इंतजार करना होगा. इससे पूर्व उसके खिलाफ झारखंड, ओडिशा और बिहार में कुल 102 केस दर्ज हैं. यह केस संख्या 103 है. सभी हत्या, अपहरण, फिरौती और लेवी वसूलने से जुड़े हैं.