सीएम आवास घेरने की तैयारी में सहायक पुलिसकर्मी, किले तब्दील हुई मोरहाबादी

पिछले 37 दिनों से रांची के मोरहाबादी मैदान में धरने पर बैठे सहायक पुलिसकर्मियों के सब्र का बांध टूट चुका है. सहायक पुलिसकर्मी एक साथ अब सीएम आवास घेरने के लिए तैयार हो चुके हैं.

Update: 2021-11-02 06:21 GMT
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जनता से रिश्ता। पिछले 37 दिनों से रांची के मोरहाबादी मैदान में धरने पर बैठे सहायक पुलिसकर्मियों के सब्र का बांध टूट चुका है. सहायक पुलिसकर्मी एक साथ अब सीएम आवास घेरने के लिए तैयार हो चुके हैं. झारखंड के विभिन्न जिलों से 2200 सहाक पुलिसकर्मी एक साथ मोरहाबादी मैदान से सीएम आवास के लिए कूच करेंगे, वहीं दूसरी तरफ उन्हें सीएम आवास जाने से रोकने के लिए पूरे मोरहाबादी मैदान की किलेबंदी की गई है. 1000 से ज्यादा पुलिस के जवान और एक दर्जन पुलिस अधिकारी मोरहाबादी मैदान से लेकर कांके रोड स्थित सीएम आवास के बीच सहायक पुलिसकर्मियों को रोकने के लिए तैनात हैं.

बता दें कि झारखंड सहायक पुलिसकर्मी 37 दिनों से मोरहाबादी मैदान में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. इस दौरान सरकार की तरफ से किसी ने सहायक पुलिसकर्मियों के आंदोलन को खत्म कराने की कोशिश तक नहीं की. वहीं उन्हें जिला प्रशासन की ओर से बुनियादी सुविधा भी नहीं मुहैया कराई गई है और मौसम की भी दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.
वर्ष 2017 में गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग की अधिसूचना के आधार पर 12 अतिनक्सल प्रभावित जिलों के लिए कुल 2500 झारखंड सहायक पुलिस की नियुक्ति अनुबंध के आधार पर की गई थी. इसकी एवज में 10000 रुपये प्रतिमाह वेतन निर्धारित किया गया था. इसके साथ ही नियुक्ति के समय कहा गया था कि 3 वर्ष पूरे होने के बाद झारखंड पुलिस के पद पर सीधी नियुक्ति की जाएगी. लेकिन अब तक इस दिशा में कदम नहीं बढ़ाया गया है. ऐसे में झारखंड सहायक पुलिस के लगभग 2200 सौ कर्मी 12 जिलों से इस आंदोलन में शामिल हुए हैं. इन जिलों में गढ़वा, पलामू, लातेहार,च तरा, दुमका, लोहरदगा, गिरिडीह, चाईबासा, जमशेदपुर, खूंटी, सिमडेगा और गुमला के सहायक पुलिसकर्मी शामिल हैं. सहायक पुलिस कर्मियों का आरोप है कि सरकार अब उनकी बातों को अनसुनी कर रही है. इसीलिए वे अब सीएम आवास का घेराव करेंगे.


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