राँची न्यूज़: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड में सरकार गिराने की साजिश से जुड़े मनी लाउंड्रिंग के केस में अरगोड़ा थानेदार विनोद कुमार सिंह को समन भेजा था, लेकिन अरगोड़ा थानेदार ईडी के समन पर एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए. अरगोड़ा थानेदार ने ईडी को जानकारी दी कि इस मामले में वरीय अफसरों के मंतव्य मिलने के बाद वह एजेंसी के समक्ष उपस्थित होंगे.
वहीं रांची पुलिस ने थानेदार को समन मिलने की जानकारी पुलिस मुख्यालय को दी है. इस मामले में पुलिस मुख्यालय भी गृह विभाग से पत्राचार करेगा. उच्च अधिकारियों की सहमति के बाद ही थानेदार को एजेंसी के समक्ष भेजा जाएगा. इस मामले में अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है.
जीरो एफआईआर को लेकर भेजा नोटिस प. बंगाल में 48 लाख नकदी के साथ कांग्रेस के तीन विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को गिरफ्तार किया गया था.
इस मामले में तीनों विधायकों के खिलाफ अरगोड़ा थाने में जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी. अरगोड़ा थाने में दर्ज एफआईआर के आधार पर ही तीनों विधायकों को बंगाल पुलिस ने जेल भेजा था. ईडी इस मामले में शिकायतकर्ता अनूप सिंह, आरोपी इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी से एक-एक बार पूछताछ कर चुकी है. सभी के बयानों को एक दूसरे से क्रास कराया जा रहा है. वहीं ईडी यह जानना चाहती है कि किसके आदेश से और क्यों अरगोड़ा थाने की एफआईआर बंगाल भेजी गई. वहीं इस मामले में ही अरगोड़ा थाने में एफआईआर क्यों हुई.