50 करोड़ की एंबुलेंस, एनओसी भी नहीं ली, रजिस्ट्रेशन अटका

Update: 2023-08-12 05:30 GMT

राँची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पांच जुलाई को नामकुम के आईपीएच ऑडिटोरियम में जिन 206 नयी 108 एंबुलेंस का उद्घाटन किया था, वे अब भी बंद हैं. क्योंकि अब तक वाहनों का स्थायी रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका है. उद्घाटन के बाद ने रजिस्ट्रेशन व बीमा नहीं होने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी. जिसके बाद एनएचएम ने आनन-फानन में रजिस्ट्रेशन के लिए कागजात डीटीओ को सौंप दिया. इसके बावजूद अब तक निबंधन नहीं हो सका है.

इस मामले में एक नई बात सामने आई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार डीटीओ ने एनएचएम को कागजात लौटाते समय रजिस्ट्रेशन करने से इनकार कर दिया था, क्योंकि 206 नये वाहन मध्य प्रदेश से खरीदे गये थे. उस राज्य की कोई एनओसी नहीं थी. साथ ही किसी भी वाहन का अस्थाई पंजीकरण भी नहीं कराया गया। बता दें कि 50 करोड़ की लागत से खरीदी गई इन एंबुलेंस का मुख्यमंत्री से उद्घाटन के 35 दिन बाद अब अस्थायी रजिस्ट्रेशन हो चुका है. दो दिन पहले दोबारा रजिस्ट्रेशन के लिए रांची डीटीओ कार्यालय में कागजात जमा किये गये हैं.

तीन दिन से 108 एंबुलेंस सेवा बेपटरी है। 4 महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण सभी ड्राइवर और कर्मचारी हड़ताल पर चले गये थे. लेकिन राहत की बात यह है कि शुक्रवार से एंबुलेंस सेवा बहाल कर दी गई है. पुरानी कंपनी जेकित्जा हेल्थ केयर और नई कंपनी ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के अधिकारियों ने शुक्रवार को कर्मचारियों से बातचीत के बाद समझौता कर लिया। जिसके बाद कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है. एंबुलेंस चालक मुसर्रत ने बताया कि शुक्रवार को उसे दो माह का वेतन मिला है और देर रात तक एक माह का वेतन मिल जायेगा.

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