यही नहीं, जब उन्होंने विद्यालय का जिमखाना देखा तो वहां भी उसे कबाड़खाना बना दिया गया था. यह देख भी सचिव राजेश शर्मा बहुत गुस्से में आ गए और मौजूद शिक्षकों को फटकार लगाई. उन्होंने जिम का उचित उपयोग करने का निर्देश दिया. साथ ही साथ मौके पर मौजूद अधिकारियों को विद्यालय का निरीक्षण भी करने को कहा है ताकि जहां भी व्यवस्था ख़राब हो रही हो उसे समय पर ठीक किया जा सके. सचिव के आगमन पर विद्यालय की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया. इस दौरान उनके द्वारा विद्यालय के शिक्षक वार्डेन से विद्यालय की व्यवस्था की जानकारी ली गयी और जरूरी दिशा निर्देश उन्हें दिया गया. उन्होंने विद्यालय में पठन पाठन करने वाली छात्राओं से भी विद्यालय के संचालन और उन्हें मिलने वाली सुविधाएं व उनको होने वाली परेशानियों के बारे में जानकारी ली.
स्कूलों में खाद्य आपूर्ति के नाम पर घोटाला
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राजेश शर्मा ने कहा कि उर्दू विद्यालय लिखकर विद्यालयों का संचालन गलत है. राज्य के सभी स्कूलों की लिस्ट उन्होंने मंगवाई है. ऐसे सभी स्कूलों के शिक्षकों को जवाब तलब कर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कस्तूरबा गांधी स्कूलों में पूरे जिले में खाघ सामग्री आपूर्ति के नाम पर की जा रही घोटालों के मामले को भी गंभीरता से लेते हुए कहा कि मामले की जांच कर दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. पश्चिमी सिंहभूम जिला के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों और आवासीय विद्यालयों में 300 रुपए बायलर मुर्गा, 700 रुपए देशी मुर्गा और 720 रुपए मछली खरीदने के मामले में गंभीरता से लेते हुए कहा कि पूरे मामले में जांच कर दोषी अधिकारी और सप्लाई करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी .उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बच्चों के बेहतर शिक्षा को लेकर काम कर रही है और लगातार इस प्रयास में सरकार को अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं. इससे पहले राजेश शर्मा मंगलवार को महादेवशाल मंदिर पहुंचे जहां सपरिवार भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की. उसके बाद सोनुआ के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय पहुंचे जहां जांच पड़ताल की. उसके बाद चक्रधरपुर पहुंचे.
सोनुवा में का पायलट प्रोजेक्ट को पूरे राज्य में चलाया जायेगा
शिक्षा सचिव राजेश सिन्हा ने कहा कि स्कूलों की जांच के लिए नहीं बल्कि स्टूडेंट और शिक्षकों की फीडबैक जानने आए थे. इसके अलावे कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय सोनुवा में कोरोना काल के दौरान यूनिसेफ की ओर से पायलट प्रोजेक्ट चलाई गई थी जिसमें कोविड के बाद बच्चों को परिवार से कैसे जोड़ा जाए, माता पिता को जोड़ने का इनीशिएटिव का अच्छा परिणाम आया. उक्त पायलट प्रोजेक्ट को पूरे राज्य में चलाए जाएंगे. खास कर उन्हें जानने और समझने के लिए यहां आए थे. प्रोजेक्ट के तहत हर दिन का कैलेंडर बनाया गया है, उसके तहत बच्चियां अपने माता-पिता से चर्चा करती हैं. इनीशिएटिव बहुत अच्छा है. यह प्रोजेक्ट सोनुवा और चक्रधरपुर में चल रहा था, अब पूरे राज्य में लागू होंगे.
इसी सत्र से चालू होगा कराईकेला प्लस टू हाई स्कूल
स्कूली साक्षरता एवं शिक्षा विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि इसी सत्र से चालू होगा कराईकेला प्लस टू हाई स्कूल. उन्होंने कहा कि दूसरे स्कूलों से शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति कर इसी सत्र से प्लास टू स्कूल शुरू कर दिए जाएंगे. पश्चिम सिंहभूम जिले में जरूरत से कम पल्स टू स्कूल है. उन्होंने कहा कि कराईकेला प्लस टू हाई स्कूल में पद स्वीकृत नहीं हुई है. जिस उम्मीद से प्लस टू स्कूल की मान्यता दी गई है. हालांकि वैसा नहीं हो सके. फिर भी दूसरे स्कूलों से शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति कर चालू कर दिया जाएगा.
ये थे मौजूद
एसडीओ ललन कुमार, डीईओ निरजा कुजूर, डीएसई अनिल चौधरी, बीडीओ संजय कुमार सिन्हा, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार, एडीपीओ अनिल मुखर्जी, बीईईओ विजय कुमार, शिक्षा विभाग नेहा मिश्रा, वार्डन फुल कुमारी महतो आदि मौजूद थे.