25 प्रतिशत बिजली की होती है चोरी, अधिकारी परेशान

कई जगह पोल और तार से डायरेक्ट बिजली की चोरी की जाती है।

Update: 2022-05-12 08:43 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : झरिया विद्युत प्रमंडल में बिजली चोरी से अधिकारी परेशान हैं। जितनी मात्रा में डीवीसी से बिजली की खरीदारी की जाती है। उसका रेवेन्यू प्रमंडल को नहीं मिल पाता है। प्रमंडल में डीवीसी से खरीदी जाने वाली बिजली का लगभग 25 प्रतिशत हिस्सा चोरी में चला जाता है। प्रमंडल के अधिकारियों की ओर से प्रमंडल के सब स्टेशन क्षेत्र झरिया, डिगवाडीह, सिंदरी और मुकुंदा इलाके में बिजली चोरी की घटनाएं अधिक होती हैं। इसका असर निर्बाध बिजली आपूर्ति पर भी पड़ता है। बावजूद इसके लोग बिजली चोरी करने से बाज नहीं आते हैं।

बिजली चोरी करने वालों पर छापामारी का भी कोई विशेष असर नहीं पड़ता है। झरिया विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता मनीष चंद्र ने कहा कि झरिया में प्रतिदिन 30 से 40 मेगावाट बिजली की डिमांड होती है। दिन में इसकी मात्रा कम और शाम को अधिक हो जाती है। जिस अनुपात में डीवीसी से बिजली की खरीद की जाती है। उसके अनुपात में रेवेन्यू नहीं मिल पाता है। कई उपभोक्ता बिजली चोरी करते हैं। इसे रोकने के लिए समय-समय पर छापामारी अभियान चलाकर बिजली चोरी करने वाले पर जुर्माना भी किया जाता है। मनीष चंद्र ने कहा कि जिन घरों में मीटर लगे हैं। वहां बिजली चोरी कम होती है। जहां मीटर खराब है या मीटर नहीं लगे हैं।वहां बिजली चोरी अधिक होती है। कई जगह पोल और तार से डायरेक्ट बिजली की चोरी की जाती है।


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