सीएचडी में ढाई साल में 15 डॉक्टरों ने नौकरी छोड़ी

Update: 2023-06-06 10:48 GMT

धनबाद न्यूज़: सेंट्रल अस्पताल से पिछले ढाई साल के दौरान 15 डॉक्टरों ने नौकरी छोड़ दी. कुछ राज्य सरकार की ओर से संचालित अस्पतालों में गए तो कई प्राइवेट अस्पताल में सेवा दे रहे हैं. बीसीसीएल के स्वतंत्र निदेशकों द्वारा सेंट्रल अस्पताल के निरीक्षण के दौरान यह बातें सामने आईं. स्वतंत्र निदेशक शशि सिंह व आलोक कुमार अग्रवाल ने सेंट्रल अस्पताल का निरीक्षण किया.

निरीक्षण के दौरान अस्पताल की व्यवस्था पर स्वतंत्र निदेशकों ने संतोष जताया. पंखा-एसी आदि काम कर रहा था. एक यूनियन नेता ने बताया कि स्वतंत्र निदेशकों ने डॉक्टरों की कमी, पारा मेडिकल आदि के बारे में जानकारी मांगी तो ये बातें सामने आईं. नए बहाल कुछ डॉक्टर भी सीएचडी की नौकरी छोड़ चुके हैं. कुछ ने देश के अन्य सरकारी अस्पतालों में निकली वैकेंसी में आवेदन दिया है. इसके लिए सीएचडी से अनुमति भी ली है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया की सेवानिवृत्ति की उम्र, वेतन तथा निजी अस्पतालों में चिकित्सकों को ज्यादा सुविधाएं सहित कई कारण हैं, जिससे पीएसयू के अस्पताल को छोड़ रहे हैं. कई विभागों में सीएचडी को डॉक्टर नहीं मिल रहे हैं. मसलन एमडी मेडिसीन की कई वैकेंसी के बाद भी डॉक्टर नहीं मिले. यही हाल रेडियोलॉजी, कार्डियोलॉजी सहित अन्य विभागों में भी है. स्वतंत्र निदेशकों ने सभी वार्ड, पैथोलॉजी एवं डिजिटल एक्स-रे का निरीक्षण किया. साथ ही भर्ती मरीजों के बीच फल वितरण किया. इस अवसर पर बीसीसीएल, मुख्यालय से महाप्रबंधक (कार्मिक/ अधिकारी स्थापना) डीके बेहरा भी उपस्थित थे. अस्पताल के सभी विभागाध्यक्ष उपस्थित थे. दोनों ही स्वतंत्र निदेशकों ने अस्पताल के सभी अधिकारियों के साथ वार्ता करके अस्पताल में मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की. डॉ आरके ठाकुर, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, (प्रभारी), डॉ पूनम दुबे, डॉ पद्मजा, डॉ बंदना, डॉ अल्का सिंह, डॉ पूनम कुमारी, आनंद कुमार, कुमारी श्वेता, एसएम फारूक, दीपक कुमार, प्रमोद व अन्य उपस्थित थे.

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