बारिश से भारी तबाही, घरों में घुसा नहर का पानी, परेशान लोगों ने किया चक्रधरपुर-टोकलो रोड जाम
भारी बारिश से तबाही का आलम है. चक्रधरपुर के टोकलो रोड के किनारे कई घरों में नहर का पानी घुस गया
Chakradharpur: भारी बारिश से तबाही का आलम है. चक्रधरपुर के टोकलो रोड के किनारे कई घरों में नहर का पानी घुस गया. परेशान हाल लोगों ने जल निकासी की मांग को लेकर शुक्रवार को चक्रधरपुर -टोकलो मुख्य मार्ग जाम कर दिया. जाम की खबर मिलने के बाद चक्रधरपुर अंचल अधिकारी बाल किशोर महतो, नगर परिषद के सिटी मैनेजर अभिषेक राहुल, चक्रधरपुर थाना के पदाधिकारी सहित चक्रधरपुर पुलिस बल घटनास्थल पहुंचे और आक्रोशित लोगों को काफी समझाया. लोगों का कहना था कि जब तक पानी की निकासी नहीं होगी तब तक सड़क जाम नहीं हटेगा. बाद में नगर परिषद द्वारा जेसीबी मशीन बुलाकर पानी की निकासी की व्यवस्था की गई. करीब तीन घंटे बाद जाम हटा.
40 फीट का सिंचाई नाला था लेकिन लोगों ने नाला पर घर बना लिया
जल पथ प्रमंडल विभाग द्वारा 40 फीट का सिंचाई नाला बनाया गया था, जो चक्रधरपुर -टोकलो रोड स्थित बिस्कुट फैक्ट्री से लेकर समराईडीह, कोलचौकड़ा होते हुए देवगांव तक गुजरता था. लेकिन टोकलो बिस्कुट फैक्ट्री से लेकर समराईडीह तक नहर को जाम कर अवैध रूप से मकान बना लिया गया. इस वजह से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. जल पथ प्रमंडल विभाग द्वारा सिंचाई नाला की खुदाई की गई लेकिन जहां मकान बना है वहां अधूरा छोड़ दिया गया है जिस कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही थी.
नगर परिषद को 2019 में की गई थी लिखित शिकायत
सिंचाई नहर को जाम कर मकान बनाने के बाद स्थानीय लोगों ने 2019 में नगर परिषद को लिखित शिकायत की थी और कहा था कि नाली की व्यवस्था की जाये. लेकिन अब तक कोई कारवाई नहीं होने से लोगों में काफी आक्रोश देखा गया. लोगों का कहना है कि नेता सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं, जनता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने जमकर नेताओं को भी कोसा.
नहर की जांच कर होगी कार्रवाई: सीओ
चक्रधरपुर अंचलाधिकारी बाल किशोर महतो ने पहले पानी की निकासी के लिए जेसीबी मशीन मंगायी ताकि घरों में पानी नहीं घुसे. अतिक्रमण के मामले में उन्होंने कहा कि मामले की जांच पड़ताल होने के बाद कार्रवाई की जाएगी. नगर परिषद जांच कर कार्रवाई करेगी.
नहर को अतिक्रमण कर बनाया घर, सिंचाई नाला बनना चाहिए: रामलाल मुंडा
आजसू जिला अध्यक्ष रामलाल मुंडा ने कहा कि 40 फीट का सिंचाई नाला था लेकिन आज अतिक्रमण कर घर बना दिया गया. उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग मामले की जांच कर सिंचाई नाला बनाए ताकि लोगों को खेती करने में सुविधा मिल सके. प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले. उन्होंने कहा कि नगर परिषद को लिखित शिकायत की गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होना समझ से परे है.
सोर्स- News Wing