राष्ट्रीय राजमार्ग 73 घंटे के बाद शाम करीब पौने आठ बजे पूरी तरह से बहाल हुआ
रामबन व उधमपुर के विभिन्न स्थानों पर पत्थर व पस्सियां गिरने पर बंद हुआ राष्ट्रीय राजमार्ग 73 घंटे के बाद शुक्रवार शाम करीब पौने आठ बजे पूरी तरह से बहाल हो गया
रामबन व उधमपुर के विभिन्न स्थानों पर पत्थर व पस्सियां गिरने पर बंद हुआ राष्ट्रीय राजमार्ग 73 घंटे के बाद शुक्रवार शाम करीब पौने आठ बजे पूरी तरह से बहाल हो गया। राजमार्ग के खुलने पर पुलिस ने दोनों तरफ फंसे वाहनों को घाटी, जम्मू व अन्य रूट की तरफ रवाना किया। पुलिस की तरफ से वाहन चालकों को जागरूक किया गया कि कोई भी ओवरटेक करने का प्रयास न करे। वहीं, राजमार्ग के खुलने पर यात्रियों के साथ चालकों ने राहत की सांस ली है।
मंगलवार शाम को बंद हो गया था राजमार्ग
मंगलवार शाम करीब छह बजे रामबन के विभिन्न स्थानों पर पस्सियां गिरने पर राजमार्ग बंद हो गया था। इसके बाद राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया गया। दूसरे दिन बुधवार को उधमपुर के समरोली में देवाल पुल के पास पहाड़ का बड़ा हिस्सा गिरने से हाईवे पर डोडा, किश्तवाड, भद्रवाह व अन्य कई रूट पर वाहनों की आवाजाही भी बंद हो गई थी।
हाईवे खोलने के लिए युद्धस्तर पर किया गया कार्य
फोरलेन राजमार्ग का निर्माण कर रही कंपनी ने काम युद्धस्तर पर शुरू किया था, लेकिन इसे अंजाम तक पहुंचने में तीन दिन लग गए। मौसम में सुधार होने के बाद रामबन में तीन से अधिक स्थानों पर बंद राजमार्ग को वीरवार शाम तक खोल दिया गया था। उधमपुर में बंद हुए राजमार्ग को खोलने में करीब 60 घंटे लग गए।
निर्माण कंपनी को तीन बार ब्लास्टिंग कर चट्टानें हटानी पड़ीं
उधमपुर में मलबे के साथ बड़ी चट्टानें राजमार्ग पर गिर गई थीं और 100 मीटर से भी अधिक का हिस्सा मलबे में दब गया था। इसको तैयार करने के लिए निर्माण कंपनी को तीन बार ब्लास्टिंग कर चट्टानें हटानी पड़ीं। वीरवार को दो बार ब्लास्टिंग की गई थी। शुक्रवार को एक बार फिर ब्लास्टिंग की गई।
देर शाम पौने आठ बजे वाहनों को चलने की अनुमति दे दी गई
डबल लेन मार्ग को तैयार करने में मशीनरी को शाम के करीब सात बज गए और सभी कार्य पूरा करने के बाद देर शाम पौने आठ बजे वाहनों को चलने की अनुमति दे दी गई। पुलिस ने सबसे पहले उधमपुर व चिनैनी के बीच फंसे वाहन रवाना किए।
दोनों तरफ फंसे वाहनों को रवाना किया गया
मौके पर मौजूद डीएसपी ट्रैफिक हिम्मत सिंह ने कहा कि राजमार्ग खुलने पर दोनों तरफ फंसे वाहनों को रवाना किया गया है। इनके निकलने के बाद उच्च अधिकारियों के निर्देश मिलने पर रोके गए अन्य वाहन भी छोड़े जाएंगे। चालकों से कहा गया है कि वे ओवरटेक करने का प्रयास न करें। ओवरटेकिंग से जाम की स्थिति बनती है।