जम्मू-कश्मीर में एक बड़ी आतंकी साजिश को सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया. दरअसल, जम्मू-कश्मीर के नरगोटा इलाके में हाइवे किनारे मिले आईईडी को नष्ट कर दिया गया. ऐसा माना जा रहा है कि आतंकवादियों ने हाइवे किनारे आईईडी से सुरक्षाबलों के काफिले या अमरनाथ यात्रियों को अपना निशाना बनाने के प्लांट किया था. लेकिन समय रहते आईईडी के बारे में पता चल गया और इसे डिफ्यूज कर दिया गया. बता दें कि सुरक्षाबलों को सोमवार देर रात राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुछ संदिग्ध चीज पड़ी होने की सूचना मिली.
इसके बाद इस संदिग्ध चीज की जांच की गई तब पता चला कि ये संदिग्ध चीज इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) है. इसके बाद बम निरोधक दस्ते ने इस आईईडी को नष्ट कर दिया. ये आईईडी नगरोटा के पंजगराई इलाके में सड़क किनारे रखा गया था. माना जा रहा है कि आईडी का इस्तेमाल सैनिक काफिले को उड़ाने या फिर अमरनाथ यात्रियों के काफिले को उड़ाने के लिए किया जाना था.
पॉलीथीन में रखा गया था आईईडी
संदिग्ध वस्तु के होने की खबर मिलते ही देर रात पुलिस का बम निरोधक दस्ता और आतंक रोधी दस्ता, नगरोटा पुलिस और तमाम सुरक्षा एजेंसियां मौके पर पहुंच गईं. एसएसपी जम्मू चंदन कोहली का कहना है की हाईवे के किनारे एक संदिग्ध वास्तु देखी गई थी. इसकी सूचना पाकर बम निरोधक दस्ते को मौके पर भेजा गया. सूत्रों के मुताबिक, एक पॉलिथीन में आईडी को नगरोटा के पंजगराई स्थित हाईवे के किनारे रखा गया था.
इस घटना के बाद पूरे हाईवे पर अलर्ट कर दिया गया है. इसके बाद देर रात तक जम्मू से नगरोटा तक हाईवे पर घाटी में आने-जाने वाले वाहनों की गहन तलाशी ली गई. नगरोटा के डीएसपी अकाश कोहली एसएचओ विश्व प्रताप सिंह और एसपी रूरल राहुल चाड़क भी मौके पर पहुंच गए. उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. उसके बाद रात करीब डेढ़ बजे बम निरोधक दस्ते ने विस्फोटक को नष्ट कर दिया.
दो साल पहले भी बरामद हुई थी आईईडी
बता दें कि इस घटना के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरु किया, साथ ही इलाके का डंप डाटा भी खंगाला जा रहा है, जिससे पता लगाया जा सके कि इलाके में किस-किस ने मोबाइल से बात की है. ये पहला मौका नहीं है जब किसी सड़क किनारे इस तरह से विस्फोटक को प्लांट किया गया हो. इससे दो साल पहले इसी इलाके में अमरनाथ यात्रा के दौरान एक आईईडी बरामद की गई थी. लेकिन समय रहते उसे भी नष्ट कर दिया गया था.