कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय के एक पीएचडी छात्र की गिरफ्तारी के साथ, पुलिस ने बुधवार को जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में एक आतंकवादी भर्ती मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया। पुलिस ने कहा कि मामले में (एचएम)/जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के आतंकवादियों से जुड़े उनके दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कुलगाम पुलिस को मिली विशिष्ट जानकारी पर कार्रवाई करते हुए, कोड नाम ‘डॉ. सबील’ नाम के व्यक्ति की तलाश शुरू की गई, जो जिला कुलगाम और आसपास के क्षेत्रों के युवाओं को आतंकवादी संगठन में भर्ती होने के लिए प्रेरित कर रहा था, वित्त पोषण कर रहा था और साजोसामान की सहायता प्रदान कर रहा था।’’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘व्यवस्थित प्रयासों के बाद, एक संदिग्ध वाहन को रोका गया।
जब वाहन के कागजात मांगे गए, तो यह बात सामने आयी कि वाहन का इस्तेमाल कुलगाम के अश्मुजी निवासी डॉ रुबानी बशीर द्वारा किया जा रहा था।’’उन्होंने कहा कि अश्मुजी में एक चौकी स्थापित की गई और बशीर को पकड़ लिया गया। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘पूछताछ के दौरान, उसने अपना कोड नाम डॉ. सबील बताया, जो कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय का पीएचडी छात्र है और उसने वहां सहायक प्रोफेसर के रूप में नौकरी के लिए आवेदन भी किया है।’’ यह भी पता चला कि बशीर ने दो युवाओं को प्रेरित किया और उन्हें आतंकवादी संगठन में शामिल होने के लिए मजबूर किया। उन्होंने कहा, डॉ रुबानी बशीर के खुलासे पर, एचएम/जेईएम से जुड़े दो आतंकवादी सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया। उनकी पहचान फाजिल अहमद पैरे और तारिक अहमद नायकू उर्फ चावला के रूप में की गई है।’’
उनके खुलासे पर, बशीर के पास से चीन निर्मित एक पिस्तौल, पिस्तौल की एक मैगजीन और 9एमएम की नौ गोलियां बरामद की गई, जबकि फाजिल अहमद पैरे के पास से एक एके-47 मैगजीन और 19 एके-47 की गोलियां बरामद की गई। पुलिस ने कहा कि एक चीनी ग्रेनेड, 10 एके-47 कारतूस और आतंकवादियों को ले जाने के लिए इस्तेमाल की गई एक कार जब्त कर ली गई है। इस बीच, बांदीपोरा जिले में सुरक्षा बलों ने तुर्कपोरा जंक्शन पर लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों के एक सहयोगी को गिरफ्तार किया। उसकी पहचान जावेद अहमद मल्ला के रूप में की गई और उसके पास से दो हथगोले बरामद किए गए।