जम्मू कश्मीर पुलिस की राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने तीन दशक पहले उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश नीलकंठ गंजू की हत्या के मामले की जांच के लिए सोमवार को जनता से मदद मांगी। कश्मीरी पंडित सेवानिवृत न्यायाधीश गंजू की 04 नवंबर 1989 को श्रीनगर के हरि सिंह स्ट्रीट में दिनदहाड़े आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। गंजू ने पुलिस अधिकारी अमर चंद हत्या मुकदमे की सुनवाई की थी और अगस्त 1968 में जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के संस्थापक मकबूल भट को मौत की सजा सुनाई थी।
इस हत्या मामले के तथ्यों या परिस्थितियों से परिचित व्यक्तियों को आगे आने और घटनाओं के किसी भी विवरण को साझा करने के लिए कहा गया है। जिसका तत्काल मामले की जांच पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है। सभी व्यक्तियों की पहचान पूरी तरह से छिपाई और संरक्षित रखी जाएगी और सभी उपयोगी और प्रासंगिक जानकारी को उचित रूप से पुरस्कृत किया जाएगा। एसआईए ने जनता से इस हत्याकांड से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए 8899004976 या ईमेल sspsia-kmr@jkpolice.gov.in पर संपर्क करने को कहा गया है।