घंटे में दो बार दिखा पाकिस्तानी ड्रोन, ग्रामीणों में अफरा-तफरी

Update: 2022-07-18 12:46 GMT

ड्रोन से हथियार गिराने की आशंका पर सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया। ड्रोन देखे जाने की सूचना से ग्रामीणों में भी अफरातफरी का माहौल रहा।

भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सांबा सेक्टर में चौबीस घंटे के भीतर दो अलग-अलग जगह पाकिस्तानी ड्रोन देखे जाने की सूचना से सनसनी मच गई। पहली घटना सीमावर्ती गांव मंगू चक की बताई जा रही है तो दूसरी सूचना राजपुरा से मिली जहां पाकिस्तानी ड्रोन सांबा से घुसपैठ कर हीरानगर की ओर चला गया।

ड्रोन से हथियार गिराने की आशंका पर सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया। वहीं, ड्रोन देखे जाने की सूचना से ग्रामीणों में भी अफरातफरी का माहौल रहा। मंगू चक और चचवाल गांवों में शनिवार रात को ड्रोन देखे जाने की सूचना पुलिस विभाग के एसपीओ ने दी।

एसपीओ ने बताया कि रात को उसने पाकिस्तानी ड्रोन देखा जो भारतीय सीमा में घुस आया था। कुछ देर में वह पाकिस्तान की ओर लौट गया। रविवार सुबह सुरक्षा बलों व पुलिस ने सीमावर्ती गांवों में तलाशी अभियान भी चलाया। हालांकि आधिकारिक रूप से ड्रोन देखे जाने की पुष्टि नहीं की गई।

इस घटना के बाद रविवार शाम 8.15 के करीब राजपुरा में लोगों ने आसमान में ड्रोन की लाइट देखी। लोगों ने बताया कि ड्रोन राजपुरा से सनूरा से होते हुए बंई नाला से हीरानगर की ओर चला गया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि इससे पहले भी ड्रोन चचवाल, चलेआरी, बब्बर नाला, राजपुरा, सनूरा, बंई नाला से होकर वापस पाकिस्तान चला जाता है। रविवार को भी ठीक इसी समय पर इसी रूट से ड्रोन गुजरा है।

सांबा सेक्टर में ड्रोन गतिविधि तेज

सांबा सेक्टर में पाकिस्तान ने ड्रोन गतिविधि तेज की है। इससे पूर्व चार जुलाई को सीमावर्ती गांव राजपुरा में भी पाकिस्तानी ड्रोन देखा गया था। इस पर पुलिस के एसओजी विंग के जवानों ने तड़के सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया था। इसी तरह से 29 मई को कठुआ पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से पाकिस्तान ड्रोन को मार गिराया था, जिससे स्टिकी बम और यूबीजीएल ग्रेनेड बरामद हुए थे।

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