कांग्रेस नेता रमन भल्ला ने जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स बताया। उन्होंने कहा कि आज से सरकार पैकेट बंद अनाज पर भी टैक्स वसूलने जा रही है। इससे आम लोगों की जेब पर ही असर पड़ेगा। कांग्रेस इसका कड़ा विरोध करती है।
जम्मू में सोमवार को कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने पैकेट बंद अनाज पर जीएसटी लगाए जाने का विरोध किया। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जताया।
कांग्रेस नेता रमन भल्ला ने जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स बताया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार लगातार जन विरोधी फैसले ले रही है। देश की जनता बढ़ती महंगाई से त्रस्त है। बढ़ती महंगाई के कारण आम लोगों का जीवन स्तर नीचे जा रहा है। इस बीच लोगों को राहत देने के बजाए और आहत किया जा रहा है। आज से सरकार पैकेट बंद अनाज पर भी टैक्स वसूलने जा रही है। इससे आम लोगों की जेब पर ही असर पड़ेगा। कांग्रेस इसका कड़ा विरोध करती है।
बता दें, आज यानी 18 जुलाई से जीएसटी काउंसिल की सिफारिशें लागू होने के बाद पैकेज्ड एवं लेबल वाले आटा, चावल, दही और पनीर समेत रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम बढ़ जाएंगे। इस नई व्यवस्था के दायरे में दुकानदार नहीं आएंगे, लेकिन इसकी मार आम आदमी पर पड़ेगी। हालांकि, जीएसटी के दायरे में डिब्बा बंद और पैकेट बंद फूड ही आएंगे, जिसकी वजह से कहीं न कहीं रसोई के बजट पर असर पड़ना तय है। पिछले महीने हुई बैठक में जीएसटी परिषद ने विभिन्न उत्पादों पर जीएसटी दरों में बदलाव किया है।
इसके तहत अब दही, लस्सी, पनीर, शहद, अनाज, मांस और मछली खरीदने पर 5 फीसदी जीएसटी देना होगा। इसके अलावा अन्य वस्तुओं के जीएसटी स्लैब में भी बदलाव किया गया है।
जीएसटी काउंसिल की सिफारिशों के दायरे में खुला दूध, दही और पनीर बेचने वाले नहीं आएंगे। व्यापारियों का कहना है कि इसका असर उन पर नहीं पड़ेगा, लेकिन बिक्री जरूर प्रभावित होगी।