JAMMU जम्मू: भारत की प्रमुख जलविद्युत कंपनी एनएचपीसी और भारत की सबसे बड़ी एकीकृत विद्युत उपयोगिता कंपनी Integrated Electric Utility Company एनटीपीसी ने आज यहां आयोजित एक भव्य समारोह में अपना 50वां स्थापना दिवस मनाया। यह आयोजन 7 नवंबर 1975 को निगमित की गई दोनों उपयोगिताओं के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय विद्युत और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल उपस्थित थे। इस अवसर पर भारत सरकार के सचिव (विद्युत) पंकज अग्रवाल विशेष अतिथि थे। अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने दोनों संगठनों को हार्दिक बधाई दी और इस ऐतिहासिक अवसर का हिस्सा बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पिछले पांच दशकों में एनएचपीसी और एनटीपीसी द्वारा भारतीय विद्युत क्षेत्र में दिया गया अद्वितीय योगदान हमारे लिए गर्व की बात है और स्थिर और निरंतर विद्युत आपूर्ति प्रदान करने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण देश के सतत विकास में सहायक रहे हैं। सचिव (विद्युत) पंकज अग्रवाल ने एनटीपीसी और एनएचपीसी की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, "एनटीपीसी और एनएचपीसी ने पिछले 50 वर्षों में भारत के ऊर्जा क्षेत्र को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दोनों संगठन भारत की ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक विकास के अभिन्न अंग रहे हैं और उन्होंने स्वच्छ ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देने में दोनों संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका को भी स्वीकार किया।" इस अवसर पर बोलते हुए, एनएचपीसी के सीएमडी आर.के. चौधरी ने स्वर्ण जयंती वर्ष में प्रवेश के लिए एनएचपीसी और एनटीपीसी दोनों कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, "एनएचपीसी का 50वां स्थापना दिवस और भी खास हो गया है क्योंकि एनएचपीसी ने इस साल 30 अगस्त को नवरत्न कंपनी का दर्जा हासिल किया है जो हमारी कड़ी मेहनत, समर्पण और उच्च मानकों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।" समारोह में शामिल होने वाले अन्य लोगों में एनटीपीसी के सीएमडी गुरदीप सिंह, निदेशक (वित्त) आर.पी. गोयल, निदेशक (कार्मिक) उत्तम लाल, निदेशक (परियोजनाएं और तकनीकी) संजय कुमार सिंह, संतोष कुमार, जयकुमार श्रीनिवासन, शिवम श्रीवास्तव, के.एस. सुंदरम, रवींद्र कुमार और ए.के. जादली शामिल थे।