Kishtwar को पर्यटन केंद्र बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता, भाजपा की एकमात्र महिला विधायक
उन्होंने कहा, "हमें बचपन से ही धमकियां मिल रही हैं, मेरे पिता और चाचा को आतंकवादियों ने बेरहमी से मार डाला था। हम किसी भी धमकी से नहीं डरेंगे।"उन्होंने यह भी कहा कि उनकी जीत उन लोगों के लिए सम्मान है, जिन्होंने आतंकवाद से लड़ते हुए और देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।गौरतलब है कि 14 सितंबर को डोडा में अपनी रैली में पीएम मोदी ने भी उनके दुखद अतीत का जिक्र किया था और उन्हें केंद्र शासित प्रदेश में 'आतंकवाद को खत्म करने के भाजपा के संकल्प का जीवंत उदाहरण' बताया था।
उन्होंने आगे कहा कि जनप्रतिनिधि चुने जाने के बाद वह अपने पिता की तरह बनना चाहेंगी। वह जमीन से जुड़ी रहना चाहती हैं, ताकि लोग उनसे व्यक्तिगत जुड़ाव महसूस करें और बिना किसी झिझक के अपनी समस्याएं उनके साथ साझा करें।हाल ही में संपन्न चुनावों में शगुन परहार को मुस्लिम बहुल सीट पर 29,053 वोट मिले, जबकि एनसी के दो बार के विधायक सज्जाद किचलू को 28,532 वोट मिले।