उधमपुर: घर के बाहर से चार वर्ष की मासूम को उठा ले गया तेंदुआ, क्षत-विक्षत हालत में मिला शव
जिला उधमपर की पंचैरी तहसील के गांव नरोल में शनिवार देर शाम घर के बाहर से चार वर्ष की बच्ची को तेंदुआ घर से बाहर से उठा ले गया। जब परिवार को इसका पता चला तो शोर मचा कर ग्रामीणों को इकट्ठा किया और तलाशी अभियान शुरू किया। जानकारी मिलने पर उधमपुर पुलिस स्टेशन से भी एक टीम नरोल पहुंची। वन विभाग, पुलिस की टीम ने ग्रामीणों के साथ मिलकर तलाशी अभियान चलाया।
देर रात क्षत-विक्षत हालात बच्ची की शव बरामद किया गया, जिसे पोस्टमार्टम के लिए जीएमसी उधमपुर ले जाया गया। उधर, बच्ची के शव मिलने की खबर सुनकर परिवार में चीख-पुकार मच गई। रविवार सुबह परिजनों और ग्रामीणों ने पुराने हाईवे मार्ग जाम कर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में पहुंच कर पहले तो मवेशियों को निशाना बनाते थे, लेकिन इस बार तो उन्होंने चार साल के मासूम को नहीं छोड़ा। ऐसे में वन विभाग और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते हैं। क्यों जंगली जानवर घने जंगलों और छोड़ कर रिहायशी इलाकों में घुस रहे हैं और इसका खामियाजा आम लोगों को और उनके बच्चों को जान देकर क्यों चुकाना पड़ रहा है।
क्या है मामला
पंचैरी तहसील के गांव नरोल में शनिवार करीब शाम करीब साढ़े सात बजे मुंशी राम की पोत्री घर के बाहर खेल रही थी और परिवार के सदस्य अपने अपने काम में व्यस्त थे। अचानक से जंगल से तेंदुआ और बच्ची को उठा कर ले गया। जब घर वालों को इसका पता चला तो सभी शोर मचाने लगे। परिवार के चिल्लाने की आवाज सुन कर आसपास रहने वाले ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और सभी ने मिल कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया।
सोशल मीडिया के जरिए जब इसकी जानकारी पुलिस तक पहुंची तो उधमपुर पुलिस स्टेशन से एक टीम को नरोल की तरफ रवाना कर दिया गया। सभी गांववासी और पुलिस की टीम मिलकर बच्ची की तलाश की। गांववासियों का कहना है कि नरोल में अक्सर जंगली जानवर नजर आते हैं और जानवरों ने लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है।