Srinagar. श्रीनगर: शनिवार को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा Pilgrimage to Amarnaath के पहले दिन 1100 से अधिक श्रद्धालुओं ने अमरनाथ गुफा मंदिर के दर्शन किए। अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह करीब 11 बजे 1100 से अधिक श्रद्धालुओं ने गुफा मंदिर के दर्शन किए। सुबह संबंधित जिला विकास आयुक्तों और अन्य जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारियों ने बालटाल और नुनवान (पहलगाम) के दो आधार शिविरों से यात्रियों के जत्थों को कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3888 मीटर ऊपर स्थित गुफा मंदिर के लिए रवाना किया। बालटाल और पहलगाम से दोनों गुफा मंदिर मार्गों पर चिकित्सा सहायता, खाद्य आपूर्ति और विश्राम स्थलों के अलावा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग यात्रियों को बेहतर सुविधा के साथ पवित्र तीर्थयात्रा करने में मदद कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा किए गए व्यापक सुरक्षा इंतजाम, अन्य सुविधाएं और स्थानीय लोगों का गर्मजोशी से स्वागत हर साल इस वार्षिक यात्रा का मुख्य आकर्षण होता है। यात्रा करके लौटने वाले श्रद्धालुओं ने बताया कि पवित्र ‘लिंगम’ के नाम से जानी जाने वाली बर्फ की संरचना इस साल गुफा मंदिर के अंदर पूरी तरह से बन गई है।
श्रद्धालुओं का मानना है कि बर्फ की यह संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों Mythical powers का प्रतिनिधित्व करती है।
यात्री या तो पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे पहलगाम बेस कैंप का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें गुफा मंदिर तक पहुंचने में चार दिन लगते हैं या फिर 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग का इस्तेमाल करते हैं। यात्री यात्रा करने के बाद उसी दिन बालटाल बेस कैंप लौट आते हैं।गुफा मंदिर के दोनों मार्गों और पारगमन शिविरों पर 125 से अधिक ‘लंगर’ (सामुदायिक रसोई) स्थापित किए गए हैं। इन लंगरों में 7000 से अधिक ‘सेवादार’ (स्वयंसेवक) यात्रियों की सेवा कर रहे हैं। गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए दोनों मार्गों पर तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं।
इस साल 3.50 लाख तीर्थयात्रियों ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। 52 दिवसीय यह यात्रा शनिवार को शुरू हुई और 19 अगस्त को रक्षा बंधन और श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर समाप्त होगी।