श्रीनगर की भव्य मस्जिद में जुमे की नमाज की दी इजाजत
30 हफ्ते से शुक्रवार की नमाज के लिए बंद रहने के बाद, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर (Srinagar News) शहर में इस सप्ताह की जुमे की नमाज के लिए नमाजियों के लिए 'जामिया मस्जिद' (भव्य मस्जिद Jamia Masjid Srinagar) खोली जा रही है.
जम्मू-कश्मीर: 30 हफ्ते से शुक्रवार की नमाज के लिए बंद रहने के बाद, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर (Srinagar News) शहर में इस सप्ताह की जुमे की नमाज के लिए नमाजियों के लिए 'जामिया मस्जिद' (भव्य मस्जिद Jamia Masjid Srinagar) खोली जा रही है.
कश्मीर संभागीय आयुक्त, पी.के. पोल और आईजीपी, विजय कुमार ने सोमवार को पुराने शहर श्रीनगर के नौहट्टा इलाके में जामिया मस्जिद का दौरा किया और जुमे की नमाज की अनुमति के लिए हालात का जायजा लिया.
कुछ समय के लिए खोली गई थी मस्जिद
बता दें श्रीनगर स्थित जामिया मस्जिद को कुछ समय के लिए खोला गया था लेकिन कोविड प्रोटोकॉल के चलते इसे फिर से बंद कर दिया गया था.
सूत्रों ने कहा कि अधिकारियों ने जामिया मस्जिद के इमाम के साथ भी बैठक की और इस हफ्ते जुमे की नमाज के लिए मस्जिद को खोलने की व्यवस्था पर चर्चा की. भव्य मस्जिद 30 सप्ताह तक बंद रही क्योंकि अधिकारियों ने कानून-व्यवस्था के लिहाज से संवेदनशील नौहट्टा क्षेत्र में किसी भी जुमे की नमाज की अनुमति नहीं दी थी.
मस्जिद में 40 हजार लोगों के लिए जगह
सूत्रों ने कहा कि श्रीनगर में महामारी का प्रसार काफी कम हो गया है, यही भव्य मस्जिद में शुक्रवार की नमाज को फिर से शुरू करने की अनुमति देने का एक प्रमुख कारण है.
मस्जिद के भीतर करीब 40 हजार लोगों के लिए जगह है. धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान लोग मस्जिद की लॉन और इसके बाहरी हिस्से में भी नमाज अदा करते हैं. इस मस्जिद के मुख्य मौलवी हुर्रियत-कांफ्रेंस के नेता मीरवाइज उमर फारुक है. उनका दावा है कि वह साल 2019 से ही हाउस अरेस्ट हैं.
श्रीनगर के मेयर ने कही यह बात
मस्जिद के बंद होने से आसपास के क्षेत्र में व्यापारिक गतिविधियों पर भी असर पड़ा था. अगस्त 2019 के बाद से ही जामिया मार्केट एकदम सूनसान हो गया. ऐतिहासिक मस्जिद के खोले जाने के फैसले का श्रीनगर म्यूनिसिपल कार्पोरेशन के अध्यक्ष जुनैद मट्टू ने स्वागत किया है.
उन्होंने ट्वीट किया, "जामिया मस्जिद को फिर से खोलना स्वागत योग्य फैसला है. ऐतिहासिक मस्जिद को फिर से खोलने की मांग करते हुए उपराज्यपाल (मनोज सिन्हा) को चिट्ठी लिखी थी. उम्मीद है कि जामिया में जल्द ही नमाज अदा कर सकूंगा."