चिनैनी के समरोली के पास दरका पहाड़, जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग फिर बंद
उधमपुर जिले के चिनैनी के समरोली में रविवार की रात पहाड़ दरकने से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग एक बार फिर बंद हो गया।
उधमपुर जिले के चिनैनी के समरोली में रविवार की रात पहाड़ दरकने से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग एक बार फिर बंद हो गया। इससे कश्मीर के साथ जम्मू संभाग तीन जिलों का देश से सड़क संपर्क कट गया है। हजारों वाहन उधमपुर के साथ रामबन में रोक दिए गए हैं। फोरलेन हाईवे के निर्माण में लगी कंपनियां पस्सियां व पत्थर हटाने के काम में लगी हुई हैं। हालांकि, सोमवार शाम 7 बजे वैकल्पिक व्यवस्था कर श्रीनगर से जम्मू जाने वाले लगभग डेढ़ सौ वाहनों को वहां से निकाला गया। इसके बाद यातायात फिर बंद कर दिया गया। इस बीच उधमपुर में फंसे आम यात्रियों की मदद को पुलिस ने सामने आते हुए शाम के समय खाने-पीने का सामान उपलब्ध करवाया है।
रविवार रात करीब 2.45 बजे समरोली इलाके में अचानक से पहाड़ का बड़ा हिस्सा राजमार्ग पर आ गिरा, जिससे रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया। पहाड़ के हिस्से में मिट्टी से अधिक पत्थर हैं। इसके बाद समरोली में दोनों तरफ वाहनों की कतार लगने लगी। राजमार्ग के बंद होने पर कश्मीर संभाग के साथ डोडा, रामबन और किश्तवाड़ जिले की तरफ चलने वाले वाहनों की आवाजाही भी पूरी तरह से बंद हो गई। कई यात्री वाहन डोडा, किश्तवाड़ व भद्रवाह से जम्मू के लिए निकल गए थे और ये वाहन समरोली के पास जाकर फंस गए।
जम्मू से बड़ी संख्या में कश्मीर, डोडा, रामबन, भद्रवाह व किश्तवाड़ के लिए निकले यात्री वाहनों को पुलिस ने उधमपुर के जखैनी इलाके में रोक दिया। फोरलेन निर्माण में लगी एजेंसियों ने मलबा हटाने का काम तत्काल शुरू कर दिया लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में मलबा एक दिन में हटाना संभव नहीं था। सोमवार शाम लगभग 7 बजे किसी तरह वैकल्पिक रास्ता बनाकर श्रीनगर से जम्मू जाने वाले वाहनों को निकाला गया। उसके बाद फिर मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया।
दस किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा
सोमवार को हाईवे बंद होने के बाद कई लोग पैदल ही अपने गंतव्य के लिए चल दिए। इसमें कामकाजी लोग, महिलाएं व छात्र-छात्राएं भी शामिल थे। कई लोग दस-दस किलोमीटर तक पैदल चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचे।
पुलिस ने उपलब्ध करवाया खाने पीने का सामान
हाईवे खुलने के इंतजार में उधमपुर में फंसे यात्रियों के लिए स्थानीय पुलिस आगे आई। पुलिस की एक टीम खाने पीने का सामान लेकर जखैनी इलाके में पहुंची। पुलिस ने यात्रियों व चालकों को फल व अन्य खाने का सामान वितरित किया। साथ ही यह भी सलाह दी गई कि अभी राजमार्ग के खुलने की कोई संभावना नहीं है। इसलिए बेहतर होगा कि वह लोग वापस लौट जाए। इसके बाद कई यात्री वाहन जम्मू की तरफ वापस लौट गए।
रामबन के विभिन्न हिस्सों में रोके गए हैं जम्मू जाने वाले सैकड़ों वाहनों
राजमार्ग के बंद होने के बाद घाटी से जम्मू की तरफ जाने वाले सैकड़ों वाहनों को रामबन के विभिन्न हिस्सों में रोका गया है। राजमार्ग के बंद होने की सूचना न होने के कारण सैकड़ों वाहन कश्मीर से जम्मू के लिए निकल गए थे। जब पुलिस को राजमार्ग के बंद होने की जानकारी मिली तो इनको रामबन के विभिन्न हिस्सों में रोक दिया गया है।
14 घंटे बाद रविवार को खोला गया था हाईवे
मालूम हो कि काजीगुंड-बनिहाल सेक्टर में ताजा बर्फबारी और रामबन में भारी बारिश के कारण कई भूस्खलन के कारण एक दिन के बंद के बाद रविवार को जम्मू-श्रीनगर हाईवे यातायात के लिए खोला गया था। इससे जम्मू के रास्ते में 300 ट्रकों को छोड़कर, हजारों वाहन रविवार को अपने गंतव्य पर पहुंच गए थे।
आज कश्मीर, पटनीटाप, रामबन, डोडा, किश्तवाड़ की तरफ यात्रा न करें
समरोली में बहुत अधिक पस्सियां व पत्थर गिरने के कारण मंगलवार को भी राजमार्ग बंद रहेगा। इसके लिए मंगलवार को कोई भी यात्री कश्मीर, पटनीटाप, रामबन, डोडा, किश्तवाड़ की तरफ यात्रा न करे और न ही इन इलाकों से उधमपुर व जम्मू की तरफ आए। - शब्बीर अहमद मलिक, एसएसपी( ट्रैफिक, एनएच )।