CPIM ने भी अग्निपथ योजना के विरोध में किया प्रदर्शन
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में आज जम्मू में कांग्रेस सत्याग्रह कर रही है
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में आज जम्मू में कांग्रेस सत्याग्रह कर रही है। कांग्रेस पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ता ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जताया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जब तक यह योजना वापस नहीं होगी, तब तक उनका सत्याग्रह जारी रहेगा।
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने कहा कि केंद्र सरकार अग्निपथ योजना से युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। स्कीम के लागू होने के पहले दिन युवा सड़कों पर हैं। यह योजना युवा विरोधी है और इसे जल्द से जल्द वापस लिया जाना चाहिए।
CPIM ने भी अग्निपथ योजना के विरोध में किया प्रदर्शन
जम्मू में सोमवार को प्रेस क्लब के बाहर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) ने अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन किया। सीपीआईएम के नेताओं ने मोदी सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह स्कीम युवाओं और देश के खिलाफ है। सरकार ने युवाओं के साथ विश्वासघात किया है। सरकार को चाहिए कि वो युवाओं के लिए स्थाई रोजगार लाए। सुरक्षा सहित कई अन्य विभागों में कई पद खाली हैं, जिन्हें फौरी तौर पर भरा जाना चाहिए। इस योजना को रद्द किया जाना चाहिए।
अग्निपथ योजना क्या है
केंद्र सरकार ने 14 जून को अग्निपथ भर्ती योजना की घोषणा की थी। इसके तहत युवाओं को चार साल के लिए सेना में शामिल होने का मौका मिलेगा। साढ़े 17 साल से 21 साल के युवा लड़के और लड़कियां इसके लिए पात्र होंगे। हालांकि, इस साल के लिए उम्र को बढ़ाकर 23 साल कर दी गई है ताकि कोरोना काल में इस परीक्षा से वंचित छात्रों को भी मौका मिल सके। इसके लिए 10वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र आवेदन कर सकेंगे। इस साल 46 हजार अग्नि वीरों की भर्ती करने की तैयारी है। पहली भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को छह महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग का समय भी चार साल में शामिल होगा।
सेवानिधि पैकेज क्या है
हर अग्निवीर को भर्ती के साल 30 हजार महीने तनख्वाह मिलेगी। इसमें से 70 फीसदी यानी 21 हजार रुपये उसे दिए जाएंगे। बाकी 30 फीसदी यानी नौ हजार रुपये अग्निवीर कॉर्प्स फंड में जमा होंगे। इस फंड में इतनी ही राशि सरकार भी डालेगी। दूसरे साल अग्निवीर की तनख्वाह बढ़कर 33 हजार, तीसरे साल 36.5 हजार तो चौथे साल 40 हजार रुपये हो जाएगी। चार साल में उसकी कुल बचत करीब 5.02 लाख रुपये होगी। वहीं, सरकार की ओर से भी इतनी ही रकम जमा की जाएगी। नौकरी पूरी होने के बाद उसे ये रकम ब्याज सहित मिलेगी। जो करीब 11.71 लाख रुपये होगी। ये रकम टैक्स फ्री होगी।
सेवा के दौरान शहीद होने या दिव्यांग होने पर आर्थिक मदद का प्रावधान भी है। अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है तो उसे सेवा निधि समेत एक करोड़ से ज्यादा की राशि ब्याज समेत दी जाएगी। इसके अलावा बची हुई नौकरी का वेतन भी दिया जाएगा। अगर कोई जवान ड्यूटी के दौरान डिसेबिल यानी दिव्यांग हो जाता है तो उसे 44 लाख रुपये तक की राशि दी जाएगी और बची हुई नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा। चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा। जो 11.71 लाख रुपए होगा।
योजना को लेकर देश के हिस्सों में दिखा था रोष
देश के कई हिस्सों में इस योजना के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। कांग्रेस, आदमी पार्टी, पीडीपी समेत कई विपक्षी दलों ने भी इस योजना का विरोध किया है। वहीं, विरोध को देखते हुए सरकार ने 16 जून को इस योजना के तहत भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को वर्ष 2022 के लिए 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष किया था। साथ ही बाद में उनकी सेवानिवृत्ति पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों में उनके लिए वरीयता जैसे कई कदमों की घोषणा की थी।