श्रीनगर न्यूज: जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने सोमवार को एक दंपत्ति को आईपीएस और आईएएस अधिकारी बनकर लोगों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि उन्होंने नौकरी/स्थानांतरण और अन्य लाभ का वादा करके कई लोगों से लाखों रुपये की ठगी की थी। उनकी पहचान श्रीनगर के बघाट निवासी मनमोहन गंजू (फर्जी आईपीएस) और उसकी पत्नी आयुष कौल गंजू (फर्जी आईएएस) के रूप में हुई है।
पुलिस ने कहा, “मनमोहन गंजू एक निलंबित पुलिस कर्मी है। उसके खुद के आईपीएस में शामिल होने के आदेश सहित कई फर्जी स्थानांतरण और नियुक्ति आदेश वाले लैपटॉप, मोबाइल जब्त किए गए। उसके घर से धोखाधड़ी से जमा की गई नकदी, आभूषण और अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद हुईं।'' आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 170, 419, 420, 467, 468, 471 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। अब तक तीन पीड़ित सामने आए हैं जो इस दंपत्ति की धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं। पुलिस ने कहा, ''जनता से अनुरोध है कि वे ऐसे धोखेबाजों के झांसे में न आएं। पीड़ितों को रिपोर्ट करनी चाहिए कि क्या उन्हें इस 'धोखेबाज़ दंपत्ति' ने धोखा दिया है।''
पुलिस ने एक बयान में कहा कि पुलिस स्टेशन सदर को एक लिखित शिकायत मिली थी कि खुद को आईपीएस और आईएएस अधिकारी बताने वाले दो व्यक्तियों की धोखाधड़ी की गतिविधियां सामने आई हैं. उन्होंने नौकरी आदि देने के बहाने कई लोगों को धोखा दिया है. आरोपियों की की पहचान बरनई के रहने वाले मनमोहन (फर्जी आईपीएस) और महिला आरोपी आयुष कौल (फर्जी आईएएस) के रूप में हुई है. दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 419, 420, 468, 471, 170 और 467 के तहत एफआईआर 73/23 दर्ज की गई. तत्काल कार्रवाई की गई और आरोपी व्यक्तियों को पकड़ लिया गया.
पुलिस ने बताया कि अन्य आरोपों की सत्यता स्थापित करने और सबूत इकट्ठा करने के लिए मामले की जांच शुरू कर दी गई है. कार्यकारी मजिस्ट्रेटों के सामने मौके पर कई सबूत जब्त किए गए. इन में डिजिटल उपकरणों से कई फर्जी आदेश मिले हैं, जिनमें खुद के आईपीएस में शामिल होने का फर्जी आदेश भी शामिल है.