जम्मू-कश्मीर में कल से आठवीं कक्षा से नीचे की कक्षाएं होंगी शुरू
जम्मू संभाग में सोमवार से आठवीं कक्षा से नीचे कक्षाओं को खोलने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
जम्मू संभाग में सोमवार से आठवीं कक्षा से नीचे कक्षाओं को खोलने की तैयारी पूरी कर ली गई है। इसके लिए स्कूलों में सैनिटाइज करवाया गया है। कक्षाओं में कोविड प्रोटोकाल के तहत डेस्क स्थापित करने में दूरी बनाई गई है। स्कूलों में पहुंचने वाले बच्चों की गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग होगी, जिसमें कोविड का कोई लक्षण मिलने पर उन्हें लौटा दिया जाएगा। स्कूल परिसरों में कोविड उपयुक्त व्यवहार का सख्ती से पालन करवाया जाएगा। किसी स्कूल में एक साथ अधिक बुखार के मामले मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से रैंडम कोविड परीक्षण की सुविधा दी जाएगी।
जम्मू जिले में ही 2451 स्कूल हैं, जिसमें 1574 सरकारी और 877 निजी स्कूल
स्कूलों को खोलने को लेकर शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग समन्वय बनाकर काम कर रहा है। जम्मू जिले में ही 2451 स्कूल हैं, जिसमें 1574 सरकारी और 877 निजी स्कूल हैं। इसमें 9वीं से 12वीं कक्षाओं को पहले ही खोला जा चुका है, जिसके बाद अपने नीचली कक्षाओं को शुरू किया जा रहा है।
छोटे बच्चों की सेहत पर खास निगरानी की जाएगी
निचली कक्षाओं को शुरू करने में एक चुनौती यह भी है कि इनमें आने वाले किसी बच्चे का टीकाकरण नहीं हुआ। सरकार की ओर से 15 से 17 आयु वर्ग के ही बच्चों का टीकाकरण किया गया है। जिससे छोटे बच्चों की सेहत पर खास निगरानी की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग ने स्कूल प्रशासनों से समन्वय बनाया
मुख्य चिकित्सा अधिकारी जम्मू डा. जेपी सिंह के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने स्कूल प्रशासनों से समन्वय बनाया हुआ है। इसमें स्कूल खुलने पर स्कूल प्रशासनों की ओर से स्वास्थ्य विभाग कोविड लक्षण संबंधी सूचनाएं दी जाएंगी, जिसमें रैंडम कोविड परीक्षण, टीकाकरण और मेडिकल एड की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।
आठवीं से कक्षाओं को खोलने के लिए पूरी तैयारी
अभी तक स्कूलों से कोविड के मामले सामने नहीं आए हैं। वहीं, मुख्य शिक्षा अधिकारी सूरज राठौर का कहना है कि स्कूलों में आठवीं से कक्षाओं को खोलने के लिए सारी तैयारी की गई है। स्कूल प्रबंधनों को कोविड उपयुक्त व्यवहार का कड़ाई से पालन करवाने को कहा गया है।
अधिक बच्चों वाले स्कूलों में शिफ्टें लगेंगी
जम्मू जिले में अधिक बच्चों वाले स्कूलों में कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए शिफ्टों में सीमित बच्चों को बुलाया जाएगा। इसमें सुबह और दोपहर के सत्र में दो शिफ्टों में कक्षाएं लगाई जाएंगी। कोविड प्रोटोकाल के तहत हीकक्षाओं को तैयार किया जाएगा।