सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा, पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल आतंकी पाकिस्तानी
सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि आतंकियों पर पुलिस ने लगभग पूरी तरह लगाम लगा दी है। इसी हताशा में वह पुलिस कर्मियों पर हमला कर रहे हैं। बांदीपोरा हमले में अहम सुराग मिले हैं। कुछ जगहों से घुसपैठ की आशंका है। कुछ घुसपैठियों के इस तरफ आने की सूचना के बाद संदिग्ध गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है।
शनिवार को कश्मीर में आईजीपी विजय कुमार ने बांदीपोरा आतंकी हमले में पाकिस्तानी आतंकवादी के शामिल होने की बात कही है। इस हमले में दो पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे। इस घटना के दूसरे दिन सेना, सीआरपीएफ और पुलिस अधिकारियों ने संयुक्त तौर पर बैठक की। इसमें घाटी की सुरक्षा को लेकर चर्चा की गई।
आईजीपी कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और घटना स्थल से जुटाए साक्ष्यों के आधार पर हमलावरों की पहचान हुई है। हमले में शामिल आतंकी पाकिस्तानी था उसका ताल्लुक लश्कर-ए-तैयबा से है। उन्होंने कहा कि दोनों आतंकियों को जल्द खोज निकाला जाएगा। आईजी विजय कुमार और सेना के किलो फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग संजीव सिंह सलारिया ने जिले में दो पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या करने के एक दिन बाद बांदीपोरा में सुरक्षा अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक की अध्यक्षता की।
शहीद कांस्टेबल सुल्तान के घर पहुंचे डीजीपी और आईजी
बांदीपोरा में आतंकी हमले में शहीद कांस्टेबल मोहम्मद सुल्तान के परिजनों को सांत्वना देने डीजीपी दिलबाग सिंह और आईजी विजय कुमार उनके आवास पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस उनके परिवार के साथ हमेशा खड़ी है। सोपोर के शाहवली डांगरपोरा निवासी मोहम्मद सुल्तान के पिता घटना के बाद गुमशुम हैं।
एसएचओ के पीएसओ और ड्राइवर हो गए थे शहीद
शुक्रवार को बांदीपोरा में आतंकियों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया था। इसमें एसएचओ के पीएसओ और ड्राइवर शहीद हो गए थे। घटना के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया। शहीद होने वालों में बारामुला के सोपोर निवासी सीनियर ग्रेड कांस्टेबल मोहम्मद सुल्तान (ड्राइवर) और लोलपोरा लोलाब कुपवाड़ा के कांस्टेबल फैयाज अहमद (पीएसओ) शामिल हैं।
पुलिस पार्टी कर रही थे वाहनों की चेकिंग
एसएचओ शौकत अहमद के नेतृत्व में पुलिस पार्टी गुलशन चौक पर तैनात थी। यहां वाहनों की जांच के दौरान पहुंचे आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। इसमें एसएचओ के पीएसओ और ड्राईवर गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को गंभीर हालत में बांदीपोरा जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत लाया घोषित कर दिया।
पुलिस ने बताया कि हमले के वक्त चौक पर काफी भीड़ थी। इस वजह से जवाबी कार्रवाई नहीं की गई। घटना की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया। आस-पास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। नेकां उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि ईश्वर उन्हें जन्नत प्रदान करें और उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति मिले।