आज से खुल गए कश्मीर के सभी स्कूल, प्रशासन ने दिए कोविड गाइडलाइन का पालन करने के आदेश
कोविड-19 (COVID-19) की महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चों की शिक्षा (Education) हुई है.
कोविड-19 (COVID-19) की महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चों की शिक्षा (Education) हुई है. कोविड के शुरुआती दौर से ही बच्चों का ऑनलाइन (Online) मोड में क्लास लिए जा रहे थे, लेकिन कश्मीर में कोरोना के मामले में आई कमी के चलते आज से सभी स्कूल (School) खुल गए हैं. डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन ने सभी स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि पहले कुछ सप्ताह में बच्चों को एक दूसरे से मिलने का मौका दिया जाए और उन पर ज्यादा पढ़ाई का दबाव ना डाला जाए, क्योंकि पहले ही घर बैठे बच्चों की मानसिकता पर काफी असर पड़ा है. सभी स्कूल्स में पहले दिन ग्रुप के हिसाब से बच्चों को स्कूल आने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि इसी तरह दूसरे बच्चों को दूसरे दिन आने के लिए कहा गया है. कोरोना को देखते हुए इस तरह के कदम उठाए गए हैं.
श्रीनगर के स्कूल्स में बच्चों को आज पहली बार अपने दोस्तों से मिलने का मौका मिला. आज बच्चे केवल एक दूसरे से मिलने और गपशप में व्यस्त रहे. कोरोना की गाइडलाइंस को देखते हुए सभी स्कूल्स में सैनिटाइजर के साथ-साथ सोशल डिस्टेंस का पालन कराया जा रहा है. स्कूल में प्रवेश से पहले ही बच्चों के बॉडी टेंपरेचर भी चेक किए गए जा रहे हैं. बच्चे पहली बार आज प्रेयर में शामिल हुए. बच्चों ने कहा कि उनकी शिक्षा कोरोना काल में काफी प्रभावित रही. ऑफलाइन मोड को वह काफी कुछ सीख रहे थे.
घाटी में सभी कॉलेज पहले ही खोलने की अनुमति
जम्मू कश्मीर घाटी में कोरोना के मामलों में आई कमी के चलते प्रशासन ने इस तरीका का फैसला लिया है, जबकि जम्मू संभाग में पहले ही स्कूल खोलने के निर्देश दिए गए थे. कश्मीर संभाग में भी पहले ही प्रशासन ने कॉलेज और विश्वविद्यालय को खोलने की अनुमति दे दी थी. स्कूल खुलने से छात्र और छात्रों के साथ अभिभावकों में भी काफी खुशी है. छात्रों का कहना है कि वो अपने दोस्तों से अब मिल सकेंगे. साथ में पढ़ाई भी अच्छे से हो सकेगी.
प्रशासन की अभिभावकों से अपील
सरकार द्वारा स्कूलों को सलाह दी गई है कि वे स्कूल को फिर से खोलने पर बच्चों को सहायता प्रदान करने के अलावा औपचारिक स्कूली शिक्षा के लिए छात्रों के सुचारू संक्रमण को सुनिश्चित करें. स्कूल प्रमुखों को छात्रों और शिक्षकों की भावनात्मक मदद सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है. प्रशासन ने बच्चों के अभिभावकों से भी बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों में नियमों को अपनाने का आह्वान किया है. घाटी में सरकारी के साथ-साथ निजी स्कूलों को भी साफ-सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित कर खोला जा रहा है.