एडीजीपी कश्मीर : लतीफ राथर की हत्या बड़ी कामयाबी

लतीफ राथर की हत्या बड़ी कामयाबी

Update: 2022-08-10 14:08 GMT

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के बडगाम में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सुरक्षाबल बडगाम में एक बड़ा एनकाउंटर कर रहे है। इसमें लतीफ राठर नाम के एक आंतकी को घेरा गया है। लतीफ अगर मारा जाता है तो यह सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी सफलता होगी। लतीफ राठर लश्कर ए तैयबा और इसके The Resistance Front का कश्मीर से कमांडर है। यह ही लश्कर की सारी आतंकी गतिविधियों कश्मीर से अंजाम देता है। उसे खानसाहिब इलाके के वाटरहेल में चौतरफा घेर रखा गया है। दोनों तरफ से लगातार फायरिंग जारी है। सुरक्षाबलों का मानना है कि लतीफ के मारे जाने के बाद आतंक के एक अध्याय का अंत हा जाएगा।

कश्मीर के एडीजीपी विजय कुमार ने बताया कि लतीफ राठर राहुल भट्ट और आमरीन भट्ट की हत्या समेत कई निर्दोष नागरिकों की हत्या में शामिल था। उसके बडगाम के एक गांव में छिपे होने की सूचना के बाद सुरक्षाबलों और कश्मीर पुलिस ने टीमें बनाकर उसे घेरा है।
रात 12 बजे घेरा, सुबह 5 बजे शुरू हुआ एनकाउंटर
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लश्कर कमांडर लतीफ राठर सहित आतंकवादी संगठन लश्कर (TRF) के तीन आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना थी। रात लगभग 12 बजे ऑपरेशन शुरू किया गया। आतंकियों को चारों तरफ से घेर लिया गया। सरेंडर करने के लिए कहा गया। इस दौरान आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी।
बेहद कम उम्र में बना आतंक का मास्टरमाइंड
खासबात यह है कि लतीफ की उम्र महज 18 से 20 साल की है और वह इतनी सी उम्र में ही आतंक का पर्याय बन गया है। उनसे घाटी में आतंक मचा रखा है। इसे पकड़ना मुश्किल हो रहा था। सुरक्षा एजेंसियां कई दिनों से इसके पीछे लगी थीं। लतीफ राठर अगर मारा जाता है तो यह सुरक्षाबलों के लिए बहुत बड़ी कामयाबी होगी।
10 लाख का था इनामी
सुबह लगभग साढ़े पांच बजे मुठभेड़ शुरू हो गई। पुलिस ने बताया कि आतंकवादी लतीफ, राहुल भट और अमरीन भट सहित कई नागरिक हत्याओं में शामिल था। वह ए++ श्रेणी का आतंकवादी है और उस पर 10 लाख का इनाम है। उसे घाटी में कश्मीरी पंडितों की हत्याओं के सरगना के रूप में जाना जाता है।
इसलिए बडगाम को बनाया सेंटर
पुलिस ने बताया कि लतीफ बडगाम में बीते दो महीने से लगातार बहुत ज्यादा सक्रीय हो गया है। उसने कश्मीर के कई नए युवाओं को आतंकी संगठन में अपने साथ जोड़ा है। उसने बडगाम को छिपने के लिए चुना क्योंकि वह जिस जगह पर है, यहां से वह श्रीनगर, कुलगाम और बडगाम में आतंकी गतिविधियों को आसानी से ऑपरेट कर पा रहा था। सुरक्षाबल लगातार उसकी खोज में थीं।


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