भारतीयों को भारत में भी लेना पड़ता है इन जगहों पर घूमने के लिए वीजा
'इनर लाइन परमिट' लिए बिना कोई भी भारतीय नागरिक राज्य की सीमा में घुस भी नहीं सकते
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : इन राज्यों में 'इनर लाइन परमिट' लिए बिना कोई भी भारतीय नागरिक राज्य की सीमा में घुस भी नहीं सकते
१. नागालैंड में प्रवेश करने वाले घरेलू यात्रियों के लिए एक इनर लाइन परमिट (ILP) की आवश्यकता होती है। कोहिमा, दीमापुर, मोकोकचुंग, वोखा, मोन, फेक, किफिरे नागालैंड के उन पर्यटन स्थलों में आता है, जहां परमिट की जरूरत पड़ती है। ज़ुको घाटी, जापफू चोटी, कोहिमा म्यूजियम, तोपहीमा शहर, उन जगहों में आते हैं, जहां आप आराम से जा सकते हैं। इनर लाइन परमिट आप दीमापुर, कोहिमा, मोकोकचुंग, नई दिल्ली, कोलकाता और शिलांग के डिप्टी कमिश्नर से प्राप्त कर सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी और पासपोर्ट साइज फोटो।
चार्ज: 15 दिन के लिए 50 रुपए और 30 दिन के लिए 100 फीस है।
२.अरुणाचल प्रदेश - Arunachal Pradesh
देश के सबसे उत्तर-पूर्वी हिस्से में प्रवेश करने के लिए इनर लाइन परमिट की आवश्यकता होती है। भूटान, पूर्व में म्यांमार और उत्तर में चीन के साथ सीमाएं साझा करने की वजह से अरुणाचल प्रदेश सीमित क्षेत्र की सूची में आता है। तवांग, रोइंग, ईटानगर, बोमडिला, जीरो, भालुकपोंग, पासीघाट, अनिनी, अरुणाचल प्रदेश की उन जगहों में आते हैं, जहां यात्रियों के घूमने पर रोक लगाई जाती है।
आवश्यक दस्तावेज: पैन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस या पहचान या मतदाता पहचान पत्र और पासपोर्ट साइज फोटो।
चार्ज: अरुणाचल प्रदेश में घूमने के लिए इनर लाइन परमिट की फीस 100 रुपए प्रति व्यक्ति है, जो 30 दिनों तक मान्य है। इससे आप सिंगल e-ILP या ग्रुप e-ILP प्राप्त कर सकते हैं।
३.मिजोरम : भारत के पूर्व-उत्तर में मौजूद मिजोरम भारत एक खूबसूरत राज्य है। मिजोरम बांग्लादेश और म्यांमार के साथ इंटरनेशनल सीमा शेयर करता है। इस वजह से भी पर्यटकों को मिजोरम घूमने के लिए इनर लाइन परमिट की जरूरत पड़ती है। इनर लाइन परमिट लेंगपुई हवाई अड्डे, शिलांग, नई दिल्ली, कोलकाता, सिलचर और गुवाहाटी में प्राप्त किया जा सकता है।
आवश्यक दस्तावेज: चार पासपोर्ट साइज की फोटो और एक फोटो आईडी ((पैन कार्ड ,ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट या वोटर आईडी)
चार्ज: अस्थायी परमिट के लिए - 120 रुपए और स्थायी परमिट के लिए - 220 रुपए
४.लक्षद्वीप :लक्षद्वीप का शाब्दिक अर्थ "लाख द्वीप" है। द्वीपों के समूह में 36 द्वीप शामिल हैं, जिनमें से सिर्फ 10 में ही लोगों को घूमने की इजाजत है। द्वीपों के इन्हीं हिस्सों में जाने के लिए परमिट की जरूरत पड़ती है। फ़िरोज़ा नीले पानी से घिरे और साफ सफेद रेत से घिरा ये द्वीप भारत की मुख्य भूमि से लगभग 300 किमी की दूरी पर अरब सागर में स्थित है। लक्षद्वीप की यात्रा करने वाले किसी भी व्यक्ति को प्रवेश करने के लिए परमिट की आवश्यकता होती है। लक्षद्वीप जाने के लिए, आप ऑनलाइन जाकर फ्री में 5 महीने की वैधता वाला परमिट प्राप्त कर सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज: आईडी प्रूफ और पासपोर्ट साइज फोटो की कॉपी।
चार्ज : 50 रुपए प्रति आवेदन।
५.लद्दाख : लद्दाख जम्मू कश्मीर का काफी संवेदनशील क्षेत्र है, क्योंकि ये भारत और पकिस्तान के साथ सीमा साझा करता है। आपको बता दें, लद्दाख के सभी टुकड़े रोजाना आने वाले नागरिकों के लिए उपलब्ध नहीं हैं। लद्दाख के कुछ फेमस पर्यटक स्थल जैसे दाह, हनु विलेज, पैंगॉन्ग त्सो झील, त्सो मोरीरी झील, न्योमा, लोमा बेंड, खारदुंग ला पास, नुब्रा वैली, टर्टुक, तयाक्शी, डिगर ला, तंग्यार में जाने के लिए इनर लाइन परमिट की आवश्यकता होती है। इनर लाइन परमिट लेह शहर में डीसी कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है।
आवश्यक दस्तावेज: वैलिड राष्ट्रीयता प्रमाण की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी।
चार्ज: लद्दाख इनर लाइन परमिट के लिए 30 रुपए प्रति व्यक्ति है, जो 1 दिन के लिए मान्य है।
६.सिक्किम : तीन देशों यानी उत्तर में चीन, इसके पूर्व में भूटान और इसके पश्चिम में नेपाल के साथ अपनी सीमा साझा करते हुए, सिक्किम की कुछ जगहों को लेकर सीमाएं हैं। पर्यटकों को त्सोमगो झील, नथुल्ला, दोज़ोंग्री और गोइचला ट्रेक, युमथांग, युमसंगडोंग, थांगू / चोपता घाटी, गुरुडोंगमार झील जैसे क्षेत्रों में घूमने के लिए आंतरिक लाइन परमिट की आवश्यकता होती है। परमिट बागडोगरा हवाई अड्डे, रंगपो पंजीकरण, सिलीगुड़ी, कोलकाता और नई दिल्ली से प्राप्त किया जा सकता है।
आवश्यक दस्तावेज: आपका आईडी वेरिफिकेशन, उदाहरण के लिए, एक पहचान, मतदाता पहचान पत्र, या ड्राइविंग परमिट।
चार्ज: नि:शुल्क।