शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से नुक्सान का आंकड़ा 8882.4 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। इस बार मानसून में 24 जून से 30 जुलाई तक 37 दिनों में प्रदेश में 189 लोगों की जान गई है, जिसमें भूस्खलन, बाढ़ आने व बादल फटने से 54 लोगों की मौत हुई है, जबकि 218 लोग जख्मी हुए हैं। 704 मकान ढह गए, जबकि 7179 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। मौसम विभाग की मानें तो 5 अगस्त तक मौसम खराब रहेगा, जबकि 3 अगस्त तक भारी बारिश का यैलो अलर्ट रहेगा। रविवार को ऊना में अधिकतम तापमान 33.8, केलांग में न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री रहा जबकि राजधानी में अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सैल्सियस रहा। जानकारी के अनुसार रविवार को प्रदेश में भारी बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन से ग्रामीण क्षेत्रों में सैंकड़ों सड़कें ठप्प पड़ी हैं।
रविवार शाम 6 बजे तक राज्य में 2 नैशनल हाईवे एनएच-305 व एनएच-05 सहित 409 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हैं। इसमें शिमला जोन में सबसे अधिक 244, मंडी जोन में 127, कांगड़ा जोन में 29 व हमीरपुर जोन में 7 सड़कें शामिल हैं। इसके साथ ही 414 बिजली ट्रांसफार्मर व 514 जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित चल रही हैं। कुल्लू जिला में लगातार जारी बारिश, जगह-जगह भूस्खलन के चलते सभी सरकारी तथा निजी स्कूलों को 5 अगस्त तक बंद रखने का फैसला लिया गया है। डीसी आशुतोष गर्ग ने इसकी पुष्टि की है। उधर, रोहड़ू व रामपुर उपमंडल में सरकारी व निजी स्कूल अब 1 अगस्त तक बंद रहेंगे। एसडीएम रोहड़ू सनी शर्मा व एसडीएम रामपुर निशांत तोमर ने कहा विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन को यह निर्णय लेना पड़ा है।