पंचायतों में बड़े-बड़े सूचना पटलों का क्या है उपयोग, जाने

Update: 2023-06-10 10:37 GMT

धर्मशाला न्यूज़: हिमाचल में सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए जिला प्रशासन प्रतिदिन समीक्षा बैठक करता है। सरकारी योजनाओं का प्रिंट से डिजिटल माध्यमों में प्रचार-प्रसार करने की योजना बनाई जाती है। ...लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक बार योजना शुरू होने के बाद क्या होता है? यदि आपका उत्तर नहीं है, तो हम आपको एक नमूने के रूप में एक योजना के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। आप अपने और आसपास की पंचायतों में सात साल पहले लगे बोर्ड पर जरूर ध्यान दें। सात साल पहले महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर पंचायतों में सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए गए थे. इस बोर्ड के ऊपर बड़े-बड़े शब्दों में 'सार्वजनिक सूचना पट्ट का व्याख्यात्मक प्रारूप' लिखा होता है। उस समय इस बोर्ड पर 14वें वित्त आयोग, मनरेगा, विधायक एवं सांसद निधि, प्रधानमंत्री आवास, राजीव आवास, मुख्यमंत्री आवास आदि योजनाओं की जानकारी दी जाती थी.

हजारों रुपए से तैयार यह बोर्ड उस समय बेहद आकर्षक लगता है। अभी तक तो सब कुछ ठीक था, लेकिन उसके बाद साल बीत गए, लेकिन ज्यादातर जगहों पर इन बोर्डों को अपडेट नहीं किया गया है. जहां इन बोर्डों पर पुरानी जानकारी जनता को भ्रमित करती है, वहीं अपडेट न होने के कारण इन बोर्डों का कोई मतलब नहीं है। जिले में कई जगहों पर ये बोर्ड पुराने रूप में नजर आ रहे हैं। जनता का सवाल है कि क्या पंचायतों में सात साल में कोई नया काम नहीं हुआ। इनमें से कई नोटिस बोर्ड पर केवल पुराने प्रधानों के नाम ही दर्शाए गए हैं, जबकि कुछ बोर्डों पर केवल प्रधान के नाम को ही बदल दिया गया है. हालांकि प्रतिदिन समीक्षा बैठक करने वाला जिला प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा कर पंचायतों को बजट और उचित निर्देश जारी करे. इसके साथ ही पंचायती राज मंत्री और अपने-अपने क्षेत्र के विधायक इस मामले को देखें।

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