बारिश से गिरी विजयनगर की पार्किंग

Update: 2023-07-04 09:54 GMT

शिमला न्यूज़: राजधानी में मूसलाधार बारिश के कारण कई बांध और कई पार्किंग स्थल ढह गए हैं, जिससे कई घरों को खतरा पैदा हो गया है. शहर के टूटू वार्ड के विजयनगर इलाके में भी रविवार रात मूसलाधार बारिश के बाद पार्किंग में दंगा हो गया, जिससे पार्किंग सहित कई घरों को खतरा पैदा हो गया। यहां कई घरों के आंगन डूबने लगे हैं. बता दें कि यहां लोक निर्माण विभाग का तीन मीटर का डंगा था, जो बारिश के कारण गिर गया था। उसके बाद अब एमसी द्वारा बनाई गई पार्किंग भी ढह गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को पहले भी इस दंगे के बारे में बताया गया था और आग्रह किया गया था कि यहां दंगा कराया जाए. वहीं, इस दंगे को लेकर स्थानीय पार्षद मोनिका भारद्वाज ने पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह से भी बात की थी. इसके अलावा उन्होंने इस डंगे के बारे में लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता को भी अवगत करा दिया है, लेकिन अभी तक यहां कोई काम शुरू नहीं हो सका है। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां के घरों को भारी खतरा है. आंगन धंसने लगे हैं और कमरों में भी दरारें आने की आशंका है। यदि दोबारा तेज बारिश हुई तो आंगन भी ढहने की कगार पर है। हालांकि नगर निगम की ओर से यहां तिरपाल की व्यवस्था की गई है, लेकिन तिरपाल से यहां सुरक्षा नहीं होगी।

स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ सकता है और लोगों को बेघर भी होना पड़ सकता है. वहीं, लोगों ने बताया कि यहां दंगा होने का खतरा पहले से ही था और इसकी जानकारी PWD के अधिकारी को है. इसके अलावा मानसून से पहले इसके लिए पीडब्ल्यूडी को भी सूचित किया गया था, लेकिन पीडब्ल्यूडी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और टेंडर रोक दिया। वहीं, नगर निगम प्रशासन ने भी साफ कह दिया है कि यहां पहले तीन मीटर का डंगा पीडब्ल्यूडी लगाएगा। उसके ऊपर एमसी कालकोठरी का काम शुरू करेगी। अगर एमसी पहले ही मचान खड़ा करना शुरू कर देगी तो इसके ढहने का खतरा हो सकता है, क्योंकि पहले पीडब्ल्यूडी नींव को मजबूत करने का काम करेगा, उसके बाद ही पूरे मचान को मजबूत किया जा सकेगा। वहीं, जब स्थानीय पार्षद ने भी इस बारे में पीडब्ल्यूडी से बात की तो विभाग ने बताया कि बरसात खत्म होने के बाद यहां टेंडर लगाए जाएंगे, उसके बाद इसका काम भी तुरंत शुरू हो जाएगा, लेकिन स्थानीय लोगों ने इस पर सवाल उठाए. आशंका जताई गई है कि अगर बरसात के बाद डंगा लगाने का काम शुरू किया गया तो बरसात की मूसलाधार बारिश से कई परिवार बेघर हो जाएंगे और लोगों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ेगा। स्थानीय लोगों ने एमसी और पीडब्ल्यूडी से इस खाई का काम जल्द शुरू करने की मांग की है।

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