इस साल जून महीने तक सबसे ज्यादा झुलसे हिमाचल के जंगल, 1170 मामले बढ़े, पंजाब-हरियाणा से भी आगे

इस साल जून महीने तक सबसे ज्यादा झुलसे हिमाचल के जंगल

Update: 2022-07-26 05:54 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश भर के जंगलों में आग, लगने के मामलों में हिमाचल टॉप पर पहुंच गया है। केंद्र सरकार ने देश भर में अग्निकांड की घटनाओं पर रिपोर्ट जारी की है। इसमें नुकसान के मामले में हिमाचल पहले पायदान पर है। प्रदेश में पिछले तीन सालों से अग्निकांड की घटनाएं बढ़ी हैं। जंगलों में आग के मामलों में हिमाचल, पंजाब और हरियाणा से आगे चल रहा है। रिपोर्ट में नवंबर से जून तक के आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं। यह रिपोर्ट देश भर के 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इनमें अब तक दो लाख 22 हजार 333 अग्निकांड की घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा तीन लाख 45 हजार था। यानी इस फायर सीजन में देश भर में करीब एक लाख 22 हजार अग्निकांड की घटनाएं कम दर्ज हुई हैं। हिमाचल की बात करें तो पड़ोसी राज्यों के मुकाबले प्रदेश में अग्निकांड के मामले बढ़ गए हैं।

नवंबर से जून तक प्रदेश भर में 5280 घटनाएं दर्ज हुई, जबकि वर्ष 2021 में यह आंकड़ा 4110 था। इस फायर सीजन में जून तक एक हजार 170 मामले ज्यादा दर्ज किए गए हैं। पड़ोसी राज्यों की बात करें तो हरियाणा और पंजाब दोनों में ही अग्निकांड की घटनाएं नियंत्रित हुई हैं। इनमें हरियाणा में इस साल अग्निकांड की 135 घटनाएं हुई हैं, जबकि पिछले साल यहां 152 जगहों पर जंगल में आग लगने के मामले मामले आए थे। अग्निकांड की घटनाओं में कमी पंजाब में भी दर्ज की गई है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पंजाब में इस बार 428 घटनाएं हुई, जबकि पिछले साल 635 जगहों पर आग लगने के मामले सामने आए थे। केंद्र सरकार के पर्यावरण और वन मंत्रालय ने 113 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद अग्निकांड प्रभावित राज्यों को जारी की है। (एचडीएम)
आग से बंजर जंगलों में नए पौधे रोपेगा विभाग
प्रधान मुख्य वन संरक्षक अजय श्रीवास्तव ने बताया कि हिमाचल में पंजाब और हरियाणा से वनों का घनत्व ज्यादा है। पंजाब या हरियाणा के मुकाबले यहां जंगल घने होने की वजह से अग्निकांड की घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। चीड़ के पेड़ भी अग्निकांड के लिए जिम्मेदार हैं। वन विभाग जंगल की आग को नियंत्रित करने के लिए फायर सीजन के दौरान कदम उठाता है। आग की वजह से हुए नुकसान के आंकड़े जुटाए जा रहे हैं, जिन जगहों पर नुकसान ज्यादा हुआ है वहां वन विभाग तीव्रता के साथ पौधे रोपने का अभियान आगामी दिनों में चलाएगा।


Tags:    

Similar News

-->