धर्मशाला: जिला मुख्यालय धर्मशाला के भागसू-चरान खड्ड का बरसात में तेज बहाव एक बार फिर से श्यामनगर गोरखा भवन के पास घरों, पार्क व सडक़ के लिए खतरा बना हुआ है। इतना ही नहीं, खड्ड में तटीकरण डंगा लगाने को आया पैसा भी सयम पर सही तरीके से काम शुरू न होने पर वापस लौट गया है, जिसे लेकर अब बड़े सवाल उठ रहे हैं। वहीं, स्मार्ट सिटी धर्मशाला में अंडरग्रांउड डस्टिबन व घर-घर से कूड़ा उठाए जाने के बावजूद अभी तक खड्डों में कूड़ा-कचरा बहाया जा रहा है, जिससे खड्डों के किनारे हर तरफ गंदगी ही आलम नजर आ रहा है, जो कि गंदी बदबू सहित पानी को भी गंदा कर रही है। लोगों को लगातार संक्रमण फैलने का भी खतरा बना हुआ है। नगर निगम धर्मशाला के वार्ड नंबर-10 श्यामनगर में गोरखा भवन के पास स्थानीय लोगों के घर चरान खड्ड में डंगा न लगने से बहने की कगार पर पहुंच गए हैं।
स्थानीय निवासी विलक्ष कुमार मेहता ने बताया कि उनके घर को चरान खड्ड के तेज बहाव होने से खतरा बना हुआ है। उन्होंने बताया कि लगातार मांग उठाए जाने के बाद तीन लाख 20 हजार रुपए डंगें के निर्माण के लिए आया था, लेकिन समय पर सही तरीके से कार्य शुरू न किए जाने के चलते वह भी वापिस चला गया है। मृदा संरक्षण विभाग कांगड़ा स्थित धर्मशाला के पास बजट आया था, लेकिन काम समय पर शुरू नहीं हुआ था, जिसके चलते अब बजट पूरी तरह से लैप्स हो गया है, लेकिन पिछले दो वर्षों से बरसात में भागसू चरान खड्ड उग्र रूप धारण करते हुए बड़ी तबाही मचा रही है। ऐसे में घरों, पार्क व सडक़ तक को खतरा बना हुआ है, लेकिन अब तक सरकार, प्रशासन, विभाग व नगर निगम धर्मशाला इस ओर कोई भी कदम नहीं उठा रही है।
अधिकारियों को जांच के दिए जाएंगे निर्देश
इस बारे नगर निगम धर्मशाला के महापौर ओंकार नैहरिया ने कहा कि इस संबंध में अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए जाएंगे, जिसके आधार पर उचित कदम उठाए जाएंगे।