राज्य के दुर्गम इलाकों में जरूरतमंदों को मिलेगी मुफ्त बिजली, सौर ऊर्जा से रोशन होंगे 2388 घर

Update: 2022-06-10 11:28 GMT

शिमला: प्रदेश के तीन जिलों में अति दुर्गम क्षेत्र अब बिजली से रोशन होंगे। इनमें 2388 गरीब परिवारों को हिम ऊर्जा विभाग बिजली मुहैया करवाएगा। ये सभी परिवार मौजूदा समय में बिजली का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। इन क्षेत्रों में बिजली की लाइनें अभी नहीं पहुंच पाई हैं। सर्दियों में भारी बर्फबारी की वजह से भी यहां पूरा साल भर बिजली देते रहना बोर्ड के लिए संभव नहीं है। हिम ऊर्जा विभाग ने कई महीनों की कड़ी मेहनत के बाद अब तीनों जिलों में बिजली देने की कार्रवाई शुरू की है। इन क्षेत्रों में हिम ऊर्जा संयंत्र के लिए आवश्यक सामग्री पहुंचा दी गई है और विभाग की टीमें अभी इन्हें जोडऩे का काम करेंगी। सबसे ज्यादा सौर ऊर्जा प्लांट चंबा जिला के पांगी में स्थापित हो रहे हैं। यहां कुल 2162 बीपीएल परिवारों को 250-250 वाट के ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं। पांगी में इन सेंटरों के पूरी तरह स्थापित हो जाने के बाद सभी परिवारों को साल के 12 महीने बिजली उपलब्ध रहेगी और इसके लिए उन्हें किसी भी तरह का कोई अतिरिक्त खर्च नहीं उठाना पड़ेगा।

कांगड़ा जिला की बात करें, तो यहां बड़ा भंगाल 168 परिवार हैं, इन परिवारों को भी ऊर्जा विभाग पिछले एक साल से सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने का प्रयास कर रहा है। अभी तक करीब 18 परिवारों को सौर ऊर्जा के साथ जोड़ा जा चुका है। यहां बर्फबारी की वजह से सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने का कार्य प्रभावित हुआ था। मशीनरी बड़ा भंगाल तक पहुंचाई जानी थी, उसे रास्ते में खराब होने की वजह से नहीं ले जाया जा सका।

इस वजह से यहां फिलहाल संयंत्र पूरी तरह स्थापित नहीं हो पाए हैं। अब ऊर्जा विभाग बर्फबारी से पहले बड़ा भंगाल में सौर ऊर्जा संयंत्र की सामग्री पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। वही, कुल्लू जिला के शक्ति, मरोड और शुगड़ गांव में भी 250 वाट के 58 परिवारों को लगाए जाने हैं। हिम ऊर्जा विभाग के अधिकारियों ने पिछले साल इन तीनों गांव का दौरा किया था। तीनों गांव सड़क से बेहद दूर अति दुर्गम क्षेत्र में हैं और यहां तक बिजली की सप्लाई लाइन पहुंचाना बेहद कठिन है। इन गांव में अभी तक ग्रामीणों को बिजली का संकट झेलना पड़ रहा था, लेकिन अब सौर ऊर्जा विभाग ने जो रिपोर्ट तैयार की है, उसके आधार पर सभी 58 परिवारों को सौर ऊर्जा संयंत्र मुहैया करवाए गए हैं। इन सभी को स्थापित करने की आगामी प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा रही है।

साल के अंत तक लग जाएंगे संयंत्र: उम्मीद लगाई जा रही है कि इस साल के अंत तक यहां बिजली संयंत्र लगा लिए जाएंगे। उधर, राहुल कुमार, सीईओ, हिम ऊर्जा ने बताया कि कांगड़ा, चंबा और कुल्लू जिलों के दूरदराज में स्थित ग्रामीण इलाकों को सौर ऊर्जा से जोडऩे का अभियान तेज किया जाएगा। इन इलाकों में रहने वाले लोगों को बर्फबारी से पहले पूरी तरह बिजली मुहैया हो सके इसके प्रयास ऊर्जा विभाग कर रहा है। बड़ा भंगाल, पांगी और कुल्लू जिला के शक्ति, मरोड़ और शुगड़ गांव में सभी परिवारों को बिजली मिलने जा रही है।

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