
पांवटा साहिब। पांवटा साहिब डोरी वाला से गुजरने वाली गिरी नदी के टापू में फंसे 5 लोगों तक एनडीआरएफ के राफ्टर का पहला दल पहुंच गया है। बावजूद इसके इन पांचों मजदूरों को टापू से बाहर निकालने की जुगत भी भिड़ाई जा रही है। हालांकि इन पांचों व्यक्तियों को रेस्क्यू करने के लिए प्रशासन के द्वारा हेलीकॉप्टर की डिमांड कर दी गई थी।मगर अभी तक मौके पर आने वाला सेना का हेलीकॉप्टर नहीं पहुंच पाया है। सेना का हेलीकॉप्टर फिलहाल स्टैंडबाई पर है। उससे पहले एक राफ्टर टापू पर पहुंच गई है। एनडीआरएफ अब यह भी देख रही है कि क्या इन्हें राफ्ट के माध्यम से रेस्क्यू किया जा सकता है या नहीं। डीएसपी मानवेंद्र सिंह ठाकुर अपने दल बल के साथ मौके पर ही डटे हुए हैं।
एनडीआरएफ के साथ प्रशासन पूरे सहयोग के साथ बचाव के हर जरिए पर गहनता बनाए हुए हैं। बता दें कि यह मजदूर एक निर्माणाधीन क्रशर में काम करते थे। रात को यह कंस्ट्रक्शन साइट पर बने हुए लेबर रूम में सो रहे थे। सुबह जब उन्होंने देखा तो यह चारों और से पानी से गिरे हुए थे। पांचों के 5 मजदूर पिछले 4 दिनों से इसी टापू पर फंसे हुए थे। प्रशासन को जब इन मजदूरों के बारे में जानकारी मिली थी तो वह मौके पर दल बल के साथ पहुंच गए थे। प्रशासन के द्वारा एनडीआरएफ सहित अन्य तमाम विकल्पों पर भी ध्यान केंद्रित किया हुआ है। इन सभी मजदूरों के साथ फोन पर संपर्क भी हो रहे हैं। एक मजदूर की तबीयत बिगड़ी थी जिसे ड्रोन के माध्यम से दवाइयां आदि पहुंचा दी गई थी।
यही नहीं ड्रोन के ही माध्यम से इनको खाने पीने की वस्तुएं भी पहुंचाई गई है। उधर डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया गई फिलहाल हेलीकॉप्टर मौके पर नहीं पहुंचा है यह जरूरत फिलहाल स्टैंडबाई रखी गई है। टापू तक एक टीम पहुंच चुकी है। उन्होंने बताया कि मजदूरों की सुरक्षा आदि को लेकर हर तरह से बंदोबस्त भी किए जा रहे हैं।