शिमला न्यूज़: कुल्लू सदर सीट पर मुकाबला तिकोना हो सकता है। इस सीट पर पूर्व भाजपा नेता व कुल्लू रियासत के राजा महेश्वर सिंह का दबदबा रहा है। पिछली दफा 2017 में यह कांग्रेस के सुंदर सिंह ठाकुर ने महेश्वर सिंह को एक नजदीकी मुकाबले में हराकर उलटफेर किया था। सुंदर सिंह ठाकुर को 50.3 वहीं महेश्वर सिंह को 47.9 प्रतिशत वोट पड़े थे। कांग्रेस ने यहां से इस दफा सुंदर सिंह ठाकुर को दोबारा मैदान में उतारने के फैसला लगभग कर लिया है। हालांकि पूर्व मंत्री स्वर्गीय राजकृष्ण गौड़ के पुत्र भुवनेश्वर गौड़ भी टिकट की दौड़ में शामिल है। कांग्रेस पार्टी सिटिंग एमएलए को टिकट देने का ऐलान कर चुकी है। इसलिए सुंदर सिंह ठाकुर को फ़िलहाल टिकट के लिए कोई बड़ी चुनौती मिलती नहीं दिखाई दे रही है। वहीं भाजपा में एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति बनी हुई है। महेश्वर सिंह ने भाजपा से अलग होकर 2012 में हिमाचल लोकहित पार्टी से चुनाव लड़ा था, जहां वह जितने में भी कामयाब हुए थे। बाद में 2017 में वह वापिस भाजपा में आ गए, मगर उन्हें जीत नसीब नहीं हुई। इस सीट पर स्वर्गीय लाल चंद प्रार्थी, कुंज लाल ठाकुर व राजकृष्ण गौड़ ने भी दो-दो बार चुनाव जीते है।
2007 में वर्तमान शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर यहां से भाजपा के टिकट पर जीते थे। मगर 2012 में डी-लिमिटेशन के बाद गोविन्द ने नए बने मनाली विस से चुनाव लड़ा। कुल्लू से कुंज लाल, लाल कृष्ण गौड़, पूर्व की सरकारों में कैबिनेट मंत्री रहे। पुनर्सीमांकन के बाद कुल्लू का काफी हिंसा मनाली विधानसभा में चला गया। जिसका काफी नुकसान महेश्वर सिंह को हुआ। देखते है इस बार ऊंट किस करवट बैठता है।