छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के मुख्य पर्यवेक्षक भूपेश बघेल और राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कोर ग्रुप की बैठक में भाजपा को बैकफुट पर लाने के टिप्स दिए।
शिमला में रविवार रात को हुई कांग्रेस की बैठक में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष खीमी राम को पार्टी में लाने जैसा मास्टर स्ट्रोक चलने की रणनीति बनी। ऐसे असंतुष्ट भाजपा नेताओं को झटकने पर चर्चा हुई, जो खीमी राम की तरह नाराज चल रहे हैं। इसके अलावा भाजपा सरकार के खिलाफ बनाई जा रही कांग्रेस की चार्जशीट पर भी मंथन किया गया। चुनाव से पहले इसे सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ एक बड़ा हथियार बनाने पर चर्चा की गई है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के मुख्य पर्यवेक्षक भूपेश बघेल और राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कोर ग्रुप की बैठक में भाजपा को बैकफुट पर लाने के टिप्स दिए। एकजुटता की सीख भी दी। नियुक्ति के बाद दोनों ही नेता पहली बार शिमला पहुंचे हुए हैं। बैठक में प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला भी मौजूद रहे।
सूत्रों के मुताबिक राज्य अतिथि गृह पीटरहाॅफ में पार्टी नेताओं के साथ बैठक से पहले बघेल ने चौड़ा मैदान स्थित निजी होेटल में कोर कमेटी की बैठक बुलाई। प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, तीनों सह प्रभारी और चारों कार्यकारी अध्यक्ष इस बैठक में मौजूद रहे।
बघेल ने कोर कमेटी से प्रदेश में चुनाव रणनीति बनाने से पहले विस्तार से विचार विमर्श किया। विधायकों और विभिन्न कमेटियों के अध्यक्षों से भी विचार विमर्श करके फीडबैक लिया। चुनाव में सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाकर प्रचार करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
शिमला से लौटने के बाद बघेल हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। सोमवार को भी प्रदेश कांग्रेस की आम बैठक बुलाई गई है। इसमें प्रदेश पदाधिकारी, जिला और ब्लाॅकों के अध्यक्षों को बुलाया गया है।