शिमला। प्रधान मुख्य अरण्यपाल और वन बल प्रमुख राजीव कुमार ने कहा है कि वन्यप्राणियों और वनों के संरक्षण के लिए मिलकर आगे आना चाहिए। वन्य प्राणी सप्ताह का मुख्य उदेश्य प्रत्येक जनमानस को वन्य प्राणियों के संरक्षण के प्रति जागरूक और प्रेरित करना है। इस तरह के कार्यक्रमों से आप एक दिन जागरूक न होकर वर्ष दर वर्ष के लिए जागरूक होकर वन्यप्राणियों के संरक्षण के प्रति प्रत्तिबद्ध रहें। उन्होंने कहा कि जंगली जानवरों के संरक्षण को वन्य प्राणी विभाग ने कदम बढ़ा दिए हैं। वे सोमवार को वन्यजीव और हम कार्यक्रम की शुरुआत के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने सप्ताह भर चलने वाले प्रधान मुख्य अरण्यपाल और वन बल प्रमुख कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन्य प्राणी प्रभाग अनिल ठाकुर ने कार्यक्रम के मुख्यातिथि और विभिन्न स्कूल, कालेज से आये विद्यार्थियों और अध्यापकों का स्वागत किया।
प्रदेश में वन्य प्राणी सप्ताह सोमवार से आठ अक्तूबर तक मनाया जा रहा है। इसमें निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, नारा लेखन, फोटोग्राफी प्रतियोगिता और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इन सभी प्रतियोगिताओं के लिए विषय विकास और वन्यजीव मार्ग तय किया गया है। इस मौके पर राइजर समूह की ओर से वन्य प्राणी सप्ताह विषय पर आधारित समूह गान और लघु नाटक प्रस्तुत किया। इस मौके पर राजीव कुमार ने साइकिल रैली और पक्षी प्रशिक्षु विद्यार्थियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्य अरण्यपाल पुष्पेंद्र राणा, उपअरण्यपाल एन रविशंकर, वन परिक्षेत्र अधिकारी गणपत वर्मा, वन परिक्षेत्र अधिकारी हुकम ठाकुर, सह आचार्य कार्तिक चौहान, राजेश आजाद, मीना संख्यान और सहायक आचार्य अमित शर्मा उपस्थित थे।