बिलासपुर में पहली बार सजेगा राज्य स्तरीय नाट्य उत्सव, जानिए क्या है इस बार खास

Update: 2023-05-18 10:21 GMT

बिलासपुर: पहली बार बिलासपुर जिला में सज रहे राज्य स्तरीय नाट्य उत्सव में रंगमंच के जरिए कलाकार अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाएंगे। अभी तक शिमला व कुल्लू सहित अन्य जिलों में ही इस तरह के आयोजन होते रहे हैं लेकिन यह सौभाग्य इस बार बिलासपुर को मिला है। भाषा एवं संस्कृति विभाग बिलासपुर के सौजन्य से 23 से लेकर 27 मई तक बहु-उद्देशीय सांस्कृतिक परिसर में यह नाटय उत्सव सजेगा जिसमें प्रदेश भर के जिलों से कलाकार अपने अपने जिलों से संबंधित फोक व मॉडर्न थियेटर के तहत नाटक पेश कर जनता का मनोरंजन करेंगे। हर दिन नाट्य मंचन दो घंटे की अवधि का होगा। नाट्य उत्सव के भव्य आयोजन को लेकर विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह जानकारी बुधवार को यहां बचत भवन में उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने प्रेस कान्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि जिले के लिए यह बड़े ही गर्व का विषय है कि पहली मर्तबा राज्य स्तरीय नाटय उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। राज्य स्तरीय नाट्य उत्सव का शुभारंभ 23 मई सायं पांच बजे किया जाएगा। इस दिन प्रणव थियेटर वियोंड सोलन के कलाकारों द्वारा संजीव अरोड़ा के निर्देशित नाटक मैट्रिक का मंचन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त चंबा जिला के गद्दी सांस्कृतिक मंच रुणहुकोठी-भरमौर द्वारा लोकनाटय हरणात्र की प्रस्तुति भी की जाएगी।

24 मई यानी उत्सव के दूसरे दिन हिमाचल सांस्कृतिक शोध संस्थान व रंगमंडल मंडी की ओर से सीमा शर्मा द्वारा निर्देशित नाटक आसारी कहाणी का मंचन और नटराज कला मंच हमीरपुर द्वारा लोक नाटय धाजा प्रस्तुत किया जाएगा। 25 मई तीसरे दिन उड़ान थियेटर ग्रुप बिलासपुर की ओर से अभिषेक डोगरा द्वारा निर्देशित नाटक मोहणा का मंचन किया जाएगा और महादेव खेल एवं सांस्कृतिक कला मंच किन्नौर द्वारा लोकनाटय होरिंग फो श्की प्रस्तुति होगी। जबकि 26 मई को चौथे दिन एक्टिव मोनाल कल्चरल एसोसिएशन कुल्लू के कलाकारों द्वारा केहर सिंह ठाकुर द्वारा निर्देशित नाटक भगवान का पूत का मंचन किया जाएगा और हिमालय लोक कला एवं संस्कृति संगम कांगड़ा द्वारा लोकनाटय भगत रास की प्रस्तुति होगी। आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि 27 मई को पांचवें दिन संकल्प रंगमंडल शिमला के कलाकारों की ओर से केदार ठाकुर द्वारा निर्देशित उत्तर कामायनी नाटक का मंचन किया जाएगा तथा चुड़ेश्वर लोकनृत्य सांस्कृतिक दल सिरमौर द्वारा वहां के पारंपरिक लोकनाटय सिंहटू की प्रस्तुति दी जाएगी। प्रतिदिन नाटकों का मंचन सायं पांच से से सात बजे तक किया जाएगा और इस कार्यक्रम में प्रवेश नि:शुल्क रहेगा। उपायुक्त ने जिला की जनता से आग्रह किया है कि वह इस नाटय उत्सव का लुत्फ उठाने के लिए अपने बच्चों के साथ जरूर आएं। इस दौरान जिला भाषा अधिकारी रेवती सैणी ने भी उत्सव के आयोजन बारे विचार साझा किए।

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