राज्य शिक्षण नियामक आयोग ने 73 निजी बीएड कालेजों के बढ़ाई गई फीस का मांगा रिकॉर्ड
शिमला: प्रदेश में चल रहे 73 निजी बीएड कालेजों ने साल 2014 से अब तक किस मद में कितनी फीस बढ़ाई, राज्य शिक्षण नियामक आयोग ने इसका रिकार्ड तलब किया गया है। पिछले काफी समय से आयोग को शिकायतें मिल रही थी कि इन कालेजों में छात्रों की गैर हाजिरी पाई गई है। ऐसे में अब आयोग ने सख्ती दिखाते हुए अब इन निजी कालेजों पर जांच बिठा दी है। इसमें गैर हाजिरी के साथ-साथ फीस में भी मनमाने ढंग से बढ़ोतरी की गई है। इसमें अब पूरा ब्यौरा छात्रों का देना होगा। इसमें कई छात्र ऐसे हैं जो पूरा सत्र कालेज ही नहीं आए और बिना परीक्षा दिए ही पास हो गए। काफी समय से कालेजों में ये अनियमितताएं चल रही हैं।
इसके साथ ही इसमें ये भी जानकारी मांगी गई है कि कालेज परिसर बनाने के लिए धारा 118 की मंजूरी सहित भवनों के एग्रीमेंट और अनिवार्य दस्तावेज लगाए गए हैं या नहीं? कई बीएड कालेजों पर गलत जानकारियां देकर एनओसी लेने के आरोप संबंधी शिकायतें मिलने के बाद आयोग ने जांच करने का फैसला लिया है। आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल सेवानिवृत्त अतुल कौशिक ने बताया कि जांच कमेटी का गठन कर दिया है। इसके अलावा किराए के भवनों में चल रहे कालेजों को रेंट एग्रीमेंट और भवनों के असल मालिकों की जानकारी देने के लिए भी कहा गया है। बीएड कालेज खोलने के लिए नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) से मंजूरी लेना भी अनिवार्य है। ऐसे में आयोग ने इन सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ बीएड कालेज प्रबंधकों को तलब किया है। जांच के दौरान अगर दस्तावेजों में कोई कमी पाई गई तो आयोग आगामी कार्रवाई करेगा।
चार नर्सिंग कालेजों को समन: इसके अलावा आयोग ने चार निजी कालेजों को समन भेजा है। आयोग द्वारा बिठाई गई जांच के खिलाफ ये निजी नर्सिंग कालेज कोर्ट चले गए थे लेकिन अब कोर्ट ने भी इनकी जांच किए जाने की बात कही है ऐसे में अब नर्सिंग कालेज से भी फीस और इंफ्रास्ट्रक्चर का पूरा डाटा मांगा गया है।