श्रीखंड महादेव यात्रा अधिकारिक तौर पर हुई बंद
उत्तर भारत की सबसे कठिन धार्मिक यात्राओं में शुमार श्रीखंड महादेव धार्मिक यात्रा आधकारिक तौर पर 24 जुलाई से बंद हो गई है
उत्तर भारत की सबसे कठिन धार्मिक यात्राओं में शुमार श्रीखंड महादेव धार्मिक यात्रा आधकारिक तौर पर 24 जुलाई से बंद हो गई है. ऐसे में अब इस यात्रा को लेकर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं से जान जोखिम में न डाल कर यात्रा पर ना जाने की अपील की है. प्रशासन की तरफ से इस यात्रा को आधिकारिक तौर पर बंद किया गया है. वहीं बागीपुल जाओं सड़क में छलीर ढांक के समीप पहाड़ी दरकने से यातायात अवरुद्ध हुआ है जिसके चलते श्रीखंड महादेव यात्रा से वापस लौटने वाले श्रद्धालुओं के 300 वाहन फंस गए हैं. ऐसे में 2 दिनों से सड़क यातायात बहाल न होने के कारण श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
भारी बारिश के चलते पहाड़ी से रुक-रुक कर भूस्खलन होने से सड़क बहाली का कार्य प्रभावित हो रहा है. जिसके चलते सड़क बहाल करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन की तरफ से भी लोगों को इस क्षेत्र में ना जाने के लिए आग्रह किया गया है ताकि किसी तरह के जानमाल का नुकसान ना हो सके.
उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि श्रीखंड महादेव की यात्रा इस वर्ष आधिकारिक तौर पर 11 जुलाई से 24 जुलाई तक आयोजित की गई थी. उन्होंने कहा कि इस बार 24 जुलाई के बाद श्रीखंड महादेव यात्रा को बंद किया गया है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष करीब 8000 श्रद्धालुओं ने श्रीखंड महादेव यात्रा की. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जाओ रोड में एक मेजर लैंड स्लाइड हुआ है, जिसकी वजह से यातायात पूरी तरह से ठप है
उन्होंने कहा कि लैंडस्लाइड को क्लियर करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है जिससे पहाड़ी से रुक रुक कर भूस्खलन होने से कार्य प्रभावित हुआ है. उन्होंने कहा कि ऐसे में बहुत सारे श्रद्धालुओं के वाहन फंसे हुए हैं. उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग को सड़क बहाली के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि जल्द सड़क बहाल कर फंसे हुए श्रद्धालुओं को निकाला जाएगा. इसके लिए एसडीएम आनी को जिम्मेवारी सौंपी गई है.
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गौर रहे कि 25 जुलाई को दोपहर बाद जाओं से 3 किलोमीटर पीछे छलीर ढांक के पास पहाड़ी दरकने से भारी भूस्खलन हुआ है. जिसके कारण यातायात पूरी तरह से बाधित है. भूस्खलन के कारण एक मंदिर भी क्षतिग्रस्त हुआ है. ऐसे में इस सड़क को बाल करने के लिए 2 दिनों से मशीनरी जुटी हुई है. लेकिन पहाड़ी से बार-बार भूस्खलन होने के कारण कार्य प्रभावित हो रहा है. जिसके चलते सड़क बहाली के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.