Himachal Pradesh,हिमाचल प्रदेश: एक समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल पर अवैध निर्माण का फैसला नगर निगम आयुक्त Decision Municipal Commissioner की अदालत में होगा। मामले की सुनवाई 7 सितंबर को होनी है, जिसमें तय होगा कि ‘अनधिकृत निर्माण’ को तोड़ा जाए या नहीं। निगम के अनुसार, संजौली में स्थित एक धार्मिक स्थल की इमारत के अंदर कथित तौर पर अनधिकृत निर्माण है। इस मामले को वक्फ बोर्ड ने चुनौती दी है। शिमला नगर निगम आयुक्त ने कहा कि मामले की सुनवाई आयुक्त की अदालत में तय की गई है, जिसमें अनधिकृत निर्माण के संबंध में आगे का फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “मामले से संबंधित सभी रिपोर्ट मांगी गई हैं और शनिवार को आगे का फैसला लिया जाएगा।”
यह मामला तब सामने आया, जब संजौली और आसपास के इलाकों के स्थानीय निवासियों ने एक सितंबर को एक आवासीय इलाके में एक मस्जिद के भीतर “अवैध निर्माण” के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों ने नारेबाजी की और मस्जिद को तुरंत गिराने की मांग की। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि मस्जिद की कई मंजिलों का निर्माण बहुत कम समय में अवैध रूप से किया गया था। हालांकि, दो समुदायों के कुछ लोगों के बीच हुई हाथापाई के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ, जिसमें एक स्थानीय निवासी घायल हो गया। इस बीच, पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा, "यह किसी विशेष समुदाय या धर्म का सवाल नहीं था, बल्कि यह अनधिकृत निर्माण का मामला है।"