आईजीएमसी शिमला के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की एचआईवी डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला, राष्ट्रीय परीक्षण एवं अंशांकन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) द्वारा मान्यता प्राप्त करने वाली राज्य की पहली प्रयोगशाला बन गई है।
स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी ने कहा कि एचपी एड्स नियंत्रण सोसायटी के तहत काम करने वाली माइक्रोबायोलॉजी विभाग की एचआईवी डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला ने 27 मई को एनएबीएल द्वारा दिए गए प्रमाणन के साथ आईएसओ 15189:2012 एनएबीएल:112 की आवश्यकताओं को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान कर रही है और एनएबीएल द्वारा प्रमाणन से पता चलता है कि यह विश्वसनीय सेवाएं सुनिश्चित कर रही है।