Shimla: बधाल में बीती रात हुआ भारी भूस्खलन ,15 के करीब ग्रामीण हुए प्रभावित

Update: 2024-09-15 11:07 GMT
Shimla रामपुर : शिमला जिले के रामपुर की ग्राम पंचायत बधाल में बीती रात कुदरत ने कहर बरपाया है। जिसमें ग्रामीणों के बाग बगीचे व गौशालाएं पुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई हैं। यहां पर बीती रात भारी भूस्खलन होने की घटना सामने आई। बधाल में शिकारी नाला के जंगल में रात लगभग 11 बजे अधिक बारिश आने के कारण एक बड़ी चट्टान गिर गई। इसमें कई लोगों के खेत मलवे में तब्दील हो गए। ऐसे में मलबा ग्रामीणों के खेतो में बिखर गया l
गनीमत यह रही कि इस घटना में कोई भी जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। न ही इसका मलबा सड़क एनएच 05 बधाल तक पहुंच पाया। वहीं पानी की आपूर्ति भी क्षेत्र में क्षतिग्रस्त हुई है। वहीं, सुबह होते ही स्थानीय लोगों ने इस घटना को देखा। तभी मालूम हुआ कि बीती रात भारी भूस्खलन होने के कारण यह घटना पेश आई है। ऐसे में एक घर इसकी जद में आ गया लेकिन घर को कोई नुक्सान नहीं हुआ है। घर में रात को सो रहे लोग सभी सुरक्षित है। यह घर देवराज निवासी बधाल का बताया जा रहा है।
वहीं, जानकारी देते हुए उप प्रधान ग्राम पंचायत बधाल संजय जिन्टू ने बताया कि यह घटना बीती रात पेश आई है। बधाल के शिकारी नाला में भारी भूस्खलन हुआ है। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना सुबह के समय जैसे ही प्राप्त हुई तो पंचायत के प्रतिनिधियों की टीम मौके के लिए रवाना हो गई। उन्होंने बताया कि इस दौरान राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, वन विभाग व जल शक्ति विभाग की टीमें भी मौके पर पहुंची और नुकसान का जायजा लिया गया।
संजय ने बताया कि इस भारी भूस्खलन से लगभग 2 हेक्टेयर भूमि व 15 के करीब पशुशाला लोगों की क्षतिग्रस्त हुई है। इसके साथ साथ मंदिर की भूमि को भी भारी नुक़सान हुआ है।ऐसे में लोगों के फलदार सेब के पेड़ भी पुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। जिनका नामों निशान तक मिट चुका है।
ऐसे में 15 के करीब परिवार प्रभावित हुए हैं। लेकिन इसमें किसी भी प्रकार का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। संजय जिन्टू ने सरकार से प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि लोगों के फलदार सेब के नष्ट हुए हैं। लोगों की कई सालों की मेहनत पर रातों रात पानी फिर गया है। ऐसे में सरकार से आग्रह किया गया की समय पर प्रभावितों को मुआवजा प्रदान किया जाए।
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