सचिवालय के बाहर सरकार के खिलाफ गरजी SFI, छात्र संघ चुनाव बहाल करने की उठाई मांग
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के कॉलेजों व विश्वविद्यालय में बंद किए गए छात्रसंघ चुनाव को बहाल करने की मांग तेज हो गई है। प्रदेश विश्वविद्यालय व कॉलेज के एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने वीरवार को सचिवालय के बाहर प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया तथा सरकार से छात्र संघ चुनाव को बहाल करने व खली पदों को भरने की मांग की। एसएफआई के राज्य सचिव अमित ठाकुर व राज्य उपाध्यक्ष अंकुश ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार ने छात्रों से लोकतांत्रिक हक छीना है, ऐसे में प्रदेश में बनी सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार इसे बहाल करे। प्रदर्शन के दौरान एसएफआई के कार्यकर्ता सचिवालय में जाना चाहते थे लेकिन छात्रों को सचिवालय में अंदर जाने से पुलिस ने रोक दिया। वहीं पुलिस की ओर से सचिवालय के बाहर सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी रखी गई थी।
बता दें कि कॉलेजों व विश्वविद्यालय में अंतिम बार वर्ष 2013 में छात्र संघ चुनाव हुए थे। इसके बाद वर्ष 2014 से सरकार ने छात्र संघ चुनाव पर प्रतिबंध लगा दिया था। एसएफआई ने धरना-प्रदर्शन के दौरान सरकार से मांग की है कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में बीते दिनों हुई शिक्षक भर्ती की जांच होनी चाहिए। छात्रों का कहना है कि प्रदेश सरकार नई शिक्षा नीति को वापस लेने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव डाले क्योंकि यह नीति सही नहीं है। इससे छात्रों पर पढ़ाई का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। रूसा सिस्टम की तरह ही छात्रों पर मनमाने सब्जैक्ट थोप दिए जाएंगे। शिमला में इन दिनों से ऐसे तो ट्रैफिक व्यवस्था सही चल रही है और जाम नहीं लग रहा है। जगह-जगह पुलिस कर्मचारी अपनी ड्यूटी दे रहे हैं लेकिन वीरवार को छोटा शिमला में एक ओर एसएफआई के धरना-प्रदर्शन और दूसरी ओर कसुम्पटी मार्ग पर एचआरटीसी की बस खराब हो जाने के कारण जाम लग गया। इस कारण संजौली व शिमला जाने वाले वाहन मालिकों व बस यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हांलाकि जाम खुलवाने के लिए पुलिस के जवान भी जद्दोजहद करते नजर आए। बस को ठीक करवाने के बाद जाम से राहत मिली।