आउटसोर्स पर काम कर रहे कर्मचारियों की सेवाएं बहाल नहीं हो पाई

जिला कोविड हेल्थ सेंटर एनआईटी (Hamirpur Covid Health Center NIT) में आउटसोर्स पर काम कर रहे कर्मचारियों ने पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर (Outsource employee met cabinet Minister virender kanwar) से मुलाकात की

Update: 2021-12-05 10:28 GMT

जनता से रिश्ता। जिला कोविड हेल्थ सेंटर एनआईटी (Hamirpur Covid Health Center NIT) में आउटसोर्स पर काम कर रहे कर्मचारियों ने पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर (Outsource employee met cabinet Minister virender kanwar) से मुलाकात की. नेरी शोध संस्थान (Neri Research Institute Hamirpur) में पहुंचे पंचायती राज मंत्री से मिलकर इन आउटसोर्स कर्मचारियों ने अपनी व्यथा सुनाई. उन्होंने कहा कि वे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री को उमकी इस मांग से कई बार अवगत करवा चुके हैं और कार्यकाल की अवधि बढ़ाने के लिए ज्ञापन भी भेजा था. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग निदेशालय शिमला की तरफ से सरकार ने इन्हें 31 दिसंबर 2021 तक एक्सटेंशन देने का फैसला लिया है.

बता दें पहली दिसंबर को यह निर्णय लिया गया है और बकायदा इसका पत्र भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (chief Medical Officer) को जारी किया गया है लेकिन मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर डॉक्टर आरके अग्निहोत्री (CMO Hamirpur Dr. RK Agnihotri) की तरफ से उन्हें ड्यूटी पर जॉइनिंग नहीं दी जा रही है. इस संदर्भ में निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं. बावजूद इसके इन कर्मचारियों की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. सरकार से एक्सटेंशन की अनुमति मिलने के बाद भी आउटसोर्स पर काम कर रहे कर्मचारियों की सेवाएं बहाल नहीं हो पाई हैं. इनका कहना है कि जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इन्हें सेवाएं सुचारू रखने की अनुमति प्रदान नहीं की जा रही. हालांकि सरकार की तरफ से इन्हें एक्सटेंशन प्रदान कर दी गई है.
वहीं, स्टाफ नर्स दीक्षा (staff nurse diksha) का कहना है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO Hamirpur Dr. RK Agnihotri) के अधीन दस स्टाफ नर्स, आठ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, तीन सैनिटाइजर स्वीपर कोविड-19 के समय एक महीने के लिए नियुक्त किए गए थे. हालांकि बाद में समयावधि को बढ़ाकर 30 जून से 30 सितंबर, 2021 कर दिया गया था. जिसके बाद में 1 दिसंबर को इस कार्यकाल को बढ़ाकर 31 दिसंबर 2021 तक कर दिया गया है.
दीक्षा ने कहा की सरकार की तरफ से इन्हें एक्सटेंशन मिल गई है, लेकिन जिला स्वास्थ्य इनका कार्यकाल बढ़ाने का इच्छुक नहीं दिख रहा. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ, तो धरना-प्रदर्शन का रास्ता अपनाएंगे. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बाकायदा पत्र जारी किया गया है इससे पहले भी वहां एनआईटी के अलावा ब्लॉक स्तर पर सेवाएं दे चुके हैं. ऐसे में उनकी सेवा एक बार फिर से ब्लॉक स्तर पर ली जाए.


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