इजराइल में खराब हालात को देखते हुए वापिस लौटने लगे कसोल में छुट्टियां बिताने आए इजरायली नागरिक
कसोल। इजराइल में चल रहे युद्ध के कारण अब कसोल घूमने आए इजराइल की नागरिक भी घर लौटना शुरू हो गए है। कसोल में रह रहे इजराइली नागरिकों को जहां अपने घर की चिंता सताने लगी है। वहीं अब इजराइली नागरिक वापस अपने देश जाने का इंतजार कर रहे है। कसोल में छुट्टियां बीता रही इजराइली नागरिक युवेल ने बताया की वह इजराइल के नॉर्थ भाग में रहती है और उनका पूरा परिवार अभी वहीं मौजूद है।
इजराइल में चल रहे युद्ध के बाद उन्होंने अपने परिवार से संपर्क किया है और सभी लोग वहां ठीक है। हालांकि इजराइल के हालत बेहद ही खराब है और वहा पर रह रहे लोगों को भी पूरी जानकारी नहीं मिल पा रही है। पिछले कई दिनों से इजराइल के कई लोग लापता है जिनके बारे में किसीको अभी तक कोई खबर नहीं है। शायद उन लोगों का अपहरण हो गया हो। उन्होंने बताया की हम यहां भारत में सुरक्षित महसूस कर रहे है। यहां के लोग बेहद ही मददगार है। हालांकि कुछ अलर्ट्स है जहां हमें अपने आसपास ध्यान रखने की हिदायत दी गई है। लेकिन अब हम घर वापिस जाकर अपने देश के लिए इस मुश्किल हालात में लड़ना चाहते है।
इजराइल में चल रहे हालात के कारण कई नागरिक घर जाकर देश सेवा करना चाहते है तो कई लोग हालात ठीक होने तक भारत में भी रुकना चाहते है। उन्होंने बताया की उनमें से कुछ लोगों को देश लौट कर आर्मी ज्वाइन करने का कॉल आ गया है। और कई लोग अभी ऐसे कॉल के इंतजार में है। इजराइल के हर युवा को 18 वर्ष का होने के बाद आर्मी की ट्रेनिंग दी जाती है। ताकि मुश्किल हालातों में इजरायल अपने युवाओं को सेना में फिर बुला सके।
इजराइल की रहने वाली नामा ने बताया की हाल ही में वह इजराइल आर्मी में अपनी सर्विस देकर छुट्टियां मनाने भारत आई थी। लेकिन इजराइल में हो रहे हालात को देख कर वह यहां बैठ कर अपनी छुट्टियां नहीं बीता सकती। मेरे पिता और भाई गाजा में अपनी सेवाएं दे रहे है। और अब वह भी घर वापिस जाकर अपने देश की मदद करना चाहती है। अब वह कसोल से दिल्ली जा रही है। क्योंकि उनकी सहेली को इजराइल वापस लौट कर आर्मी में अपनी सेवाएं देने के लिए फोन आ चुका है। और वह भी उम्मीद कर रही है की उन्हें भी जल्द ही ये कॉल आएगा। उन्हें उम्मीद है की अब दिल्ली पहुंच कर उनके घर जाने का भी जल्द से जल्द प्रावधान होगा, ताकि इस मुश्किल घड़ी में वह अपनी देश की मदद कर सके।
इजराइल की रहने वाली डेनिश कनाज़ी ने बताया की वह सेंटर इजरियल की रहने वाली है। उन्होंने बताया की अब उन्हे आर्मी में वापिस जाना पड़ेगा क्योंकि उन्हे कॉल आ गया है। हालांकि इजराइल में हुई घटना बेहद ही दुखदाई है। पूरा देख बुरे हालात में है , और हम भी अब वापिस जाकर देश के कोई अपनी सेवाएं देना चाहते है। हम यहां पर अपनी छुट्टियां मना रहे थे और बेहद खुश थे, लिए इस हालत में इजराइल की खबर सुनते ही खुशी गम में बदल गई।
क्योंकि इजराइल के हालात बेहद बुरे है। देवीश ने बताया की आर्मी में रहते हुए कई लोगो की मदद की है, चाहते वह फिलिस्तीनी ही क्यों न हो। लिए फिलिस्तीनियो के द्वारा अब जो हालत इजराइल में किया गए है ये बेहद ही दुखद है।
अब वह भारत में अपनी छुट्टियां रद्द कर अपने देश वापिस जा रही है।
कसोल में बने खबाद हाउस में मैनेजर के तौर पर काम कर रहे अभियेल ने बताया की इन दिनों कसोल में 100 से 200 इजराइली नागरिक रह रहे थे। लेकिन युद्ध की खबर सुनने के बाद कई आर्मी में काम करने वाले लोग वापिस अपने देश जाने के लिए रवाना हो चुके है। उन्होंने बताया की अभी भी कई लोग यहां पर मौजूद है जिनमें से कई घर वापिस लौटना चाहते है और कई यही रुक कर हालात ठीक होने का इंतजार करना चाहते है।