शिमला: रोगी कल्याण समिति आईजीएमसी के कर्मचारियों ने एक बार फिर हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है. आरकेएस ने बुधवार को जनरल हाउस में हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। यह हड़ताल 16 अगस्त से शुरू होगी. यह 16 और 17 अगस्त को सुबह 8 बजे से 11 बजे तक चलेगा, जबकि 18 और 19 अगस्त को सुबह 8 बजे से 1 बजे तक चलेगा. अगर इस बीच कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं हुईं तो 21 अगस्त से सभी ये कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे. इस बीच इमरजेंसी में सिर्फ एक ही पर्ची काउंटर चलाया जाएगा, ताकि इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े. बता दें कि रोगी कल्याण समिति अपने आठ साल का कार्यकाल पूरा होने पर नियमित वेतनमान की मांग कर रही है. कर्मचारी संघ के प्रधान हरेंद्र मेहता की अध्यक्षता में ये कर्मचारी अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से दो-तीन बार मिल चुके हैं.
रोगी कल्याण समिति के मुताबिक फरवरी 2022 में गवर्निंग बॉडी की बैठक में इन कर्मचारियों के वेतनमान की फाइल को मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी अब भी वेतनमान की फाइल को रोके हुए हैं. रोग कल्याण समिति ने इन अधिकारियों पर मौजूदा सरकार को बदनाम करने का आरोप लगाया है. रोग कल्याण समिति ने आईजीएमसी प्रशासन पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल प्रशासन रोगी कल्याण समिति के कर्मचारियों का मुद्दा सरकार के समक्ष नहीं उठा रहा है. तीन सप्ताह पहले दिए गए हड़ताल के नोटिस के बाद भी आईजीएमसी प्राचार्य और अतिरिक्त निदेशक ने इस संदर्भ में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। जिसके कारण रोगी कल्याण समिति को फिर से हड़ताल पर जाना पड़ा है.