रावी नदी का बढ़ा जलस्तर, ताश के पत्तों की तरह ढह गई दुकानें

Update: 2022-08-11 11:54 GMT

शिमला: आसमानी बारिश ने एक बार फिर हिमाचल में कहर ढहाया है। तेज बरसात से जहां कुल्लू जिला में गुरुवार तडक़े दो लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई, वहीं कई गाडिय़ां भी खिलौनों की तरह बह गईं। जानकारी के अनुसार कुल्लू के आनी में आईबाढ़ ने कई दुकानें और सात वाहनों को तबाह कर दिया। कुल्लू के उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने मध्यरात्रि से भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात को देखते हुए आनी तहसील के सभी शिक्षण संस्थानों को अगले आदेश तक के लिए बंद करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर पंडोह, मंडी के पास 7-मील सडक़ पर भूस्खलन हुआ, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) -21 पर वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ। कुल्लू के आनी में, मध्यरात्रि 12 बजे से लगातार बारिश के कारण आनी दर्रे का जल स्तर बढ़ गया, जिससे बस स्टैंड के पास बनी स्ट्रीट वेंडर्स की कम से कम 10 दुकानें ढह और बह गईं। दुकानें ताश के पत्तों की तरह गिर कर बह गईं। आनी से छह किलोमीटर दूर गुगरा के देउठी में भारी बारिश में तीन वाहन और एक बाइक के बह जाने की खबर है।

आनी से छह किलोमीटर दूर गुगरा के देवथी में भारी बारिश के कारण आयी बाढ़ में कई वाहनों के बह जाने की सूचना है। उधर, होली तहसील के ओई नाला में गुरुवार को बादल फटने से आए भारी सैलाब ने करीब एक घंटे तक रावी नदी का प्रवाह त्यारी पुल के पास रोक दिया। जिसके चलते लोगों में भी दहशत का माहौल पैदा हो गया। बहरहाल नदी ने एक किनारे से बहाव के लिए जगह बना ली है और धीरे धीरे पानी बहने लगा है।

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