सुजानपुर। सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने सोमवार को पटलांदर स्थित अपने आवास में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करके इस बरसात में भारी बारिशों से अब तक हुए नुक्सान के बारे में फीडबैक ली। बैठक में हमीरपुर और सुजानपुर उपमंडलों के एसडीएम के अलावा लोक निर्माण विभाग, आईपीएच विभाग, बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, एसडीओ, सुजानपुर हमीरपुर और टोनी देवी के खंड विकास अधिकारी, राजस्व विभाग के सभी तहसीलदार और नगर परिषद के अधिकारी उपस्थित थे।
इस बैठक में राजेंद्र राणा ने सभी विभागों के अधिकारियों से सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में भारी बरसातों से अब तक हुए नुक्सान के बारे में विस्तार से फीडबैक ली और नुक्सान का प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में अधिकारियों ने विधायक राजेंद्र राणा को बताया कि भारी बारिश से सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में अब तक विभिन्न विभागों का 45 करोड़ से अधिक का नुक्सान हो चुका है। इनमें अकेले लोक निर्माण विभाग का ही सर्वाधिक 20 करोड़ का नक्सान हुआ है। तीनों विकासखंड अधिकारियों ने बैठक में यह फीडबैक दी कि अब तक 12 करोड़ से अधिक का नुक्सान हुआ है जिसमें अकेले साढ़े 7 करोड़ रुपए का नुक्सान सुजानपुर ब्लॉक में हुआ है। आईपीएच विभाग का सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में अब तक 4 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है जबकि बिजली बोर्ड के अधिकारियों ने अब तक 71 लाख रुपए के नुक्सान के बारे में जानकारी दी। जबकि नगर परिषद के अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश से अब तक 52 लाख रुपए का नुक्सान हो चुका है।
राजेंद्र राणा ने इस बैठक में सुजानपुर और हमीरपुर के दोनों उपमंडल अधिकारियों व तहसीलदारों को निर्देश दिए कि वह सभी पटवारियों से प्रतिदिन नुक्सान की रिपोर्ट तलब करें। उन्होंने राजस्व विभाग और ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को भी नुकसान का प्राक्कलन तैयार करके एसडीएम के माध्यम से जिलाधीश तक पहुंचाने के निर्देश दिए ताकि प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जा सके और उन्हें सहायता प्रदान की जा सके। राजेंद्र राणा ने बैठक में भारी बरसात से हुए नुक्सान की फीडबैक लेने के अलावा सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की भी समीक्षा की और विकास कार्यों में तेजी लाने के साथ-साथ इसकी गुणवत्ता के साथ किसी भी तरह का समझौता न करने के कड़े निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि चल रहे विकास कार्यों में बजट की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी और निर्धारित समय सीमा के भीतर विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाया जाएगा ताकि इलाके की जनता इन विकास कार्यों से लाभान्वित हो सके।