शिमला। मानसून सीजन के दौरान राज्य में बारिश के चलते हालात खराब हो रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो 24 जुलाई तक मौसम खराब रहेगा और 22 जुलाई तक बारिश का यैलो अलर्ट रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में सिरमौर व चंबा जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हुई है। जुब्बल में भूस्खलन, चायल-कुफरी मार्ग क्षतिग्रस्त व पेड़ उखड़ने की घटनाएं घटित हुई हैं। मंगलवार को ऊना में अधिकतम तापमान 34, केलांग में न्यूनतम तापमान 12.9, जबकि राजधानी शिमला का अधिकतम तापमान 22.4 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार मंगलवार सुबह 10 बजे तक राज्य में 5 हाईवे सहित 647 सड़कें, 1115 ट्रांसफार्मर और 543 पेयजल योजनाएं ठप्प चल रहे हैं। सबसे अधिक हालात शिमला, मंडी व कुल्लू जिलों के खराब चल रहे हैं। 647 सड़कों में से सबसे अधिक शिमला जिला में 244, कुल्लू में 2 एनएच व 136 सड़कें, ट्रांसफार्मरों के मामले में कुल्लू में सबसे अधिक 529 व मंडी में 224, पेयजल योजनाओं में शिमला जिला में 260 व मंडी जिला में 258 शामिल हैं।
यैलो अलर्ट के साथ ही भारी बारिश की स्थिति में भूस्खलन, अचानक बाढ़ और नदी-नालों के जलस्तर में वृद्धि होने की आशंका है। अलर्ट को देखते हुए स्थानीय लोगों, पर्यटकों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। संबंधित विभागों की ओर से जारी सलाह और दिशा-निर्देशों का पालन करने का आह्वान किया गया है। मात्र 25 दिनों की मानसून अवधि के भीतर अब तक राज्य में 125 लोग जान गंवा चुके हैं, जिसमें मानसून के कारण 82 और विभिन्न सड़क हादसों में 43 मौतें शामिल हैं। 12 लोग लापता हैं जबकि 147 घायल भी हुए हैं। राज्य में नुक्सान का आंकड़ा 46.91 अरब पहुंच गया है, जिसमें जलशक्ति विभाग को 1393.22, लोक निर्माण विभाग को 1460.72, विद्युत बोर्ड को 1451.11, बागवानी विभाग को 75.27 व अर्बन डिवैल्पमैंट को 6.47 करोड़ की क्षति पहुंची है। इस दौरान भूस्खलन की 59 व बाढ़ आने की 44 घटनाएं हुई हैं।